कामां (भरतपुर). कामां क्षेत्र में गुरुवार देर रात तेज हवाओं के साथ अचानक हुई बरसात व ओलावृष्टि से दर्जनों गांवों के किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है. ओलावृष्टि से पीड़ित किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें है. ऐसे में मुआवजे की मांग को लेकर कई गांवों के किसान कामां उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचे और डांग विकास बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जवाहर सिंह बेढम के नेतृत्व में सांकेतिक धरना देकर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर खराब हुई फसलों का मुआवजा दिलाने की मांग की.
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डांग विकास बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जवाहर सिंह बेढम ने बताया कि ओलावृष्टि से गांव कनवाड़ा, ढाणा, बझेरा, सुनहरा बगीची, उदाका,अकाता, राधानगरी ,धिलावटी सहित दर्जनों गांवों में सरसों की फसल में भारी नुकसान हुआ है. इसी को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर खराब हुई फसलों का सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने की मांग की गई है.
उपखंड अधिकारी विनोद कुमार मीणा ने बताया कि किसानों की मांग को गंभीरता से लेते हुए संबंधित गांवों के गिरदावर व हल्का पटवारियों को गांवो में भेजकर ओलावृष्टि प्रभावित फसलों का सर्वे कराया जा रहा है, जिसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी, जिससे किसानों को खराब हुई फसलों का मुआवजा मिल सके.
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वहीं, उपखंड अधिकारी विनोद कुमार मीणा के आश्वासन के बाद किसान अपने सांकेतिक धरने को समाप्त करने की घोषणा की गई. गौरतलब है कि कामां विधायक जायदा खान ने शुक्रवार सुबह भरतपुर जिला कलेक्टर नथमल डिडेल से वार्ता कर ओलावृष्टि से हुई खराब फसल का सर्वे कराने को लेकर चर्चा की थी. इसके बाद भरतपुर जिला कलेक्टर ने कामा एसडीएम को टीम गठित करने के निर्देश दिए थे. ये टीम कामां क्षेत्र में खराब हुई फसल का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करने में जुटी हुई है.