भीलवाड़ा: राजस्थान में भीलवाड़ा की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टीम ने शुक्रवार को बड़ी कारवाई करते हुए मांडलगढ़ क्षेत्र के क्षेत्रीय वन अधिकारी (रेंजर) को उनके सरकारी वाहन से 1 लाख 90 हजार रुपये संदिग्ध रिश्वत राशि के साथ गिरफ्तार किया. भीलवाड़ा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पुलिस उपअधीक्षक पारसमल ने कहा कि भीलवाड़ा एसीबी की प्रथम इकाई को 25 दिसंबर को एक गोपनीय सूचना प्राप्त हुई थी.
सूचना में मांडलगढ़ क्षेत्रीय वन अधिकारी (रेंजर) पुष्पेंद्र सिंह द्वारा क्षेत्र के खनन माफिया व भूमाफिया से मिलीभगत कर वन विभाग की भूमि पर अवैध खनन का संरक्षण देकर अवैध खनन करवाया जा रहा है. इस अवैध खनन के एवज में रेंजर दलालों के मार्फत रिश्वत के रूप में राशि एकत्रित करता है, जहां शुक्रवार को रेंजर द्वारा रिश्वत की राशि लेकर भीलवाड़ा पहुंचने की जानकारी मिली थी.
जिस पर एसीबी अजमेर के उपमहानिरीक्षक कालूराम रावत के सुपरविजन में भीलवाड़ा एसीबी प्रथम इकाई के उपअधीक्षक पारसमल के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया. वहीं, शुक्रवार को भीलवाड़ा-कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर भीलवाड़ा शहर के सदर थाना क्षेत्र के कोटड़ी चौराहे पर मांडलगढ़ की ओर से आ रहे क्षेत्रीय वन अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह की सरकारी गाड़ी रुकवा कर एसीबी टीम मौके पर आकस्मिक चेकिंग की कार्रवाई की. इस दौरान मांडलगढ़ क्षेत्रीय वन अधिकारी (रेंजर) पुष्पेंद्र सिंह को उनकी सरकारी गाड़ी से 1 लाख 90 हजार रुपये की संदिग्ध रिश्वत राशि लेकर जाते हुए पकड़ा गया.
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मौके पर आरोपी से संदिग्ध राशि के बारे में पूछताछ करने पर कोई संतोषप्रद जवाब नहीं मिला. जिसके बाद संदिग्ध राशि को एसीबी ने कब्जे में लिया है. वहीं, अजमेर एसीबी कार्यालय से पुलिस निरीक्षक कंचन भाटी को मुख्यालय के निर्देश पर भेजा गया, जो पुष्पेंद्र सिंह के सरकारी आवास पर तलाशी ले रही हैं.