कामां (भरतपुर). कामां क्षेत्र में एक युवक की हरकतों से परेशान होकर एक दलित परिवार गांव से पलायन करने को मजबूर हो गया. परिवार के सदस्य शनिवार को गाड़ियों में अपना घरेलू सामान और पशुधन भरकर कैथवाडा थाना पहुंचे और पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई. उन्होंने कहा कि या तो पुलिस उनकी सुरक्षा करें अन्यथा वे गांव छोड़कर चले जाएंगे.
थाना प्रभारी महेंद्र शर्मा ने भी मामले को गंभीरता से लिया और परिवार की पूरी बात को ध्यान से सुना. इस दौरान जब पुलिस मामले की सुनवाई कर रही थी तो गांव के कुछ जिम्मेदार लोग वहां पहुंचे और परिवार के सदस्यों को सुरक्षा का आश्वासन दिया. साथ ही कई घंटों तक हाथ जोड़कर उनसे गांव वापस लौटने का निवेदन किया. इस पर परिवार बिना किसी शिकायत दर्ज कराये वापस गांव लौट गया.
क्या है मामला...
दरअसल, कामां क्षेत्र के एक गांव में एक दलित परिवार रहता है. जिसमें पत्नी आंगनवाड़ी में सहायिका की नौकरी करती है. दोनों पति-पत्नी ने बताया कि उनके गांव का ही एक युवक उनको बहुत ज्यादा परेशान करता है. उनके साथ मारपीट करता है. उनको घर से बाहर नहीं निकलने देता. आंगनवाड़ी नहीं जाने देता और पानी भरने भी नहीं जाने देता. साथ ही घर से बाहर निकलने पर जान से मारने की धमकी देता है. कई बार उसके घरवालों को भी कहा गया लेकिन वह उनकी भी नहीं मानता और मारपीट करता रहता है.
पति-पत्नि ने बताया कि उन्होंने कई बार थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराने की भी सोची लेकिन वह उन पर इतना दबाव बना देता है कि वह डर के मारे थाने नहीं पहुंच पाते हैं. वह युवक उनकी बच्चियों से भी गाली गलौज करता है. इस कारण उन्होंने पिछले पांच-छह महीने से अपनी एक 19 साल की बच्ची को अपने मामा के यहां भेज रखा है. दो दिन पहले उस युवक ने पत्नी के साथ मारपीट की और गोली मारने की धमकी दी. इस पर परेशान होकर पूरे परिवार ने सारा सामान गाड़ियों में भरकर पुलिस थाने पहुंचे का निर्णय किया.
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जिसके बाद पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई और कहा कि यदि पुलिस ने उन्हें सुरक्षा प्रदान नहीं की तो वे वहीं थाने में से ही किसी दूसरी जगह पलायन कर जाएंगे. उनकी यह बात सुनकर थानाधिकारी ने मामले को बड़ी गंभीरता से लिया. पुलिस जब मामले की सुनवाई कर रही थी तो इसी दौरान गांव के कुछ ही जिम्मेदार लोग वहां पहुंच गए और पूरे परिवार से गांव लौटने का निवेदन किया. जिसके बाद परिवार बिना शिकायत दर्ज कराए ही वापस अपने गांव लौट गया. फिलहाल, पुलिस इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है.