भरतपुर. केन्द्र सरकार के दोनों सदनों में तीन किसान बिल पास कराने के बाद प्रदेश कांग्रेस के आव्हान पर सोमवार को जिला कांग्रेस की तरफ से सीजीएसटी कार्यालय पर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और किसान बिल की प्रतिलिपि को भी जलाया.
इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरीश चौधरी ने कहा कि, इस अध्यादेश से मंडियां बंद हो जाएंगी. सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था. लेकिन उससे किसानों का ध्यान हटाने के लिए सरकार ये नया कानून बनाकर किसानों के साथ धोखा कर रही है. कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ मिलकर इस बिल का विरोध करेगी और सड़क पर उतरकर उनके साथ आंदोलन भी करेंगी. सोमवार को राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के आव्हान पर जिले की सभी मंडियां बंद रखी गईं हैं. केंद्र सरकार के किसानों की उपज को मंडियों के अलावा कहीं भी बेचने पर मंडी शुल्क और किसान कल्याण कोष से राहत देने के लिए जारी किए गए अध्यादेश के विरोध में मंडियों को बंद रखा गया है.
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व्यापारियों का कहना है कि, केंद्र सरकार ने बड़ी कंपनियों और कारोबारियों को जो केवल पेन नंबर के आधार पर कारोबार देने की छूट दी है उससे व्यापारियों पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा. जो व्यापारी लाइसेंस लेकर मंडी में काम कर रहे हैं उन्हें मंडी शुल्क और कृषि कल्याण कोष से लेकर कई तरह के टैक्स चुकाने पड़ते हैं. लेकिन जो मंडी से बाहर व्यापार करेगा तो उसे किसी तरह का टैक्स नहीं देना पड़ेगा और इस तरह से मंडियां बंद हो जाएंगी. जिसकी वजह से राजस्थान में सभी मंडी व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर अध्यादेश के खिलाफ विरोध जताया है.