भरतपुर. उद्योग नगर थाना पुलिस ने गाड़ियों के साइलेंसर चुराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार (Car Silencer theft in Bharatpur) किया है. यह गिरोह बीते दिनों में करीब 2 दर्जन वारदातों को अंजाम दे चुका है. पूछताछ में पता चला कि ये गिरोह गाड़ी का साइलेंसर चुराकर उत्तर प्रदेश के आगरा में बेचने का काम करता था. पुलिस मामले की जांच में कर रही है.
पुलिस ने बताया कि उद्योग नगर थाना क्षेत्र के गांव तुहिया निवासी पुष्पेंद्र कुमार पुत्र हिम्मत सिंह ने थाने में अपने घर के बाहर खड़ी गाड़ी से साइलेंसर चोरी होने का मामला दर्ज कराया था. पुलिस ने बताया कि थाने में कई क्षेत्रों से गाड़ी का साइलेंसर चोरी होने की शिकायतें आई थी. मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक गैंग भरतपुर और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गाड़ी के साइलेंसर चुराने की वारदातों को अंजाम दे रही है. मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने मामले की जांच की और 17 जुलाई को सस्पेंद्र कुमार और विकास सिंह को गिरफ्तार किया. दोनों आरोपियों ने पूछताछ में चोरी करने की बात कबूल ली.
ऐसे देते वारदात को अंजाम : आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वो पहले तो गाड़ी को किराए पर लेते थे. इसके बाद गाड़ी के ड्राइवर को रास्ते में रोककर गैंग का सदस्य खाना खिलाने के बहाने से किसी जगह ले जाता था. इस दौरान गाड़ी में 1 या 2 साथी रूक जाते थे, जो पीछे से गाड़ी का असली साइलेंसर निकालकर उसमें सामान्य साइलेंसर लगा देते थे. वापस आने पर चालक को इस बात का पता भी नहीं चलता था. इसके बाद चोरी किया गया साइलेंसर आगरा में बेच दिया जाता था.
इसलिए चुराते हैं साइलेंसर : पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि साइलेंसर के अंदर प्लैटिनम मिट्टी होती है. नए साइलेंसर की कीमत 80 हजार है. आरोपी साइलेंसर के अंदर की प्लैटिनम मिट्टी को निकालकर आगरा में गैंग के सदस्य पप्पू खान को करीब 10 से 15 हजार कीमत को बेच देते हैं. आरोपियों की पहचान पर पुलिस ने गैंग के तीसरे सदस्य पप्पू खान को सोमवार को आगरा से गिरफ्तार कर लिया.