भरतपुर. जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के बाद अब ब्लड की किल्लत भी शुरू हो गई है. प्रदेश में कोरोना काल में अस्पतालों में एक साथ ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन अब ऑक्सीजन की कमी के बाद ब्लड की किल्ल्त से अस्पताल प्रशासन के साथ ही लोग जूझते दिखाई दे रहे हैं.
ब्लड की किल्लत के बीच अस्पताल प्रशासनस की चिंता बढ़ती जा रही है. क्योंकि एक तरफ कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने अस्पतालों को ब्लड की उचित मात्रा स्टॉक में रखने के निर्देश दिए हैं. दूसरी तरफ अस्पतालों की ब्लड बैंक में ब्लड खत्म होने लगा है. जिसकी वजह से रक्तदान शिविरों का आयोजन बंद चल रहा है. जिला अस्पताल की ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉ राजेश गुप्ता ने बताया की ब्लड बैंक में इस समय महज 125 यूनिट ब्लड शेष है.
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जबकि रोजाना के हिसाब से यहां करीब 500 यूनिट का स्टॉक जरुरी होता है. उन्होंने कहा कि इस दौरान कोरोना माहमारी चल रही है, जिससे रक्तदान शिविरों का आयोजन बंद पड़ा है. जिससे बैंक में ब्लड नहीं आ पा रहा है, ब्लड की कमी के चलते ब्लड बैंक को चलाना मुश्किल होगा.
भरतपुर: डीग में अनियमितताओं के विरोध में कृषि उपज मंडी में किसानों ने जड़ा ताला
भरतपुर के डीग क्षेत्र में कृषि उपज मंडी में माल बेचने आए किसानों ने मंडी में स्थापित सरकारी लैब से ही जांच कराने के साथ ही व्यापारियों की ओर से की जा रही अनियमितताओं के विरोध में करीब दो घंटे तक जोरदार हंगामा किया. इस दौरान मंडी गेट की तालाबंदी और किसानों के प्रदर्शन की सूचना पर मंडी परिसर पहुंचे उपखंड अधिकारी हेमंत कुमार ने किसानों के साथ बैठक कर उनसे समझाइस की.