भरतपुर. मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से गर्ल्स हॉस्टल परिसर में रैगिंग पर लगाम लगाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाने का आदेश दिया गया था. इसका कॉलेज की छात्राओं (Bharatpur Medical College Students protest) ने जमकर विरोध किया और कॉलेज के मुख्यद्वार पर ताला जड़ दिया. छात्राओं के विरोध को देखते हुए कॉलेज प्रशासन को अपना आदेश वापस लेना पड़ा.
बुधवार सुबह मेडिकल कॉलेज की छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन के एक आदेश के विरोध में कॉलेज का मुख्यद्वार बंद कर विरोध प्रदर्शन किया. छात्राओं ने बताया कि कॉलेज प्रशासन की ओर से गर्ल्स हॉस्टल परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जा रहे हैं, जिससे उनकी प्राइवेसी भंग हो रही है. इसे लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया.
वहीं मामले में कॉलेज के अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. केके शर्मा ने बताया कि कॉलेज और गर्ल्स हॉस्टल परिसर में रैगिंग पर लगाम लगाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाए जा रहे थे. लेकिन छात्राओं का कहना है कि गर्ल्स हॉस्टल में कैमरे लगाने से उनकी प्राइवेसी भंग होगी.
डॉ. केके शर्मा ने बताया कि छात्राओं ने आश्वासन दिया है कि गर्ल्स हॉस्टल में रैगिंग नहीं होगी. छात्रों के विरोध और आश्वासन को देखते हुए ही गर्ल्स हॉस्टल परिसर में कैमरे लगाने का आदेश वापस लिया गया है. साथ ही पूर्व में लगे कैमरों को भी हटवा दिया जाएगा.
गौरतलब है कि राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस के स्पष्ट आदेश है कि किसी भी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग नहीं होनी चाहिए. पूर्व में भी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. ऐसे में रैगिंग की रोकथाम को लेकर ही भरतपु मेडिकल कॉलेज प्रशासन पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगवा रहा था.