भरतपुर. भाजपा नेता कृपाल जघीना हत्याकांड के मुख्य गवाह लोकेंद्र सिंह ने गवाही न देने के लिए भाई पर अवैध हथियार तानकर धमकाने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा है. आरोप है कि मुख्य गवाह पर गवाही नहीं देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. जिसके चलते गवाह लोकेंद्र ने घर से बाहर निकलना भी कम कर दिया है. पीड़ित और लोगों ने गुरुवार दोपहर को एसपी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
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3 मई को लोकेंद्र के भाई को धमकाया थाः कृपाल जघीना हत्याकांड के मुख्य गवाह लोकेंद्र सिंह ने बताया कि उसका छोटा भाई बबलू पुत्र भंवर सिंह दो छोटे बच्चे और राकेश पुत्र श्यामलाल के साथ 3 मई को रात करीब साढ़े 9 बजे गाड़ी से शादी में जा रहा था. उसी दौरान भरतपुर-मथुरा रोड पर धोरमुई ऑयल डिपो के पास जघीना निवासी जितेंद्र उर्फ जीतू पुत्र जस्सो और मनोज राणा व अन्य 5-7 लोग गाड़ी व मोटर साइकिल पर सवार होकर आए. आरोपियों ने अपनी गाड़ी पीड़ित की गाड़ी के सामने लगा दी. आरोप है कि जितेंद्र ने पिस्टल और मनोज राणा ने कट्टा निकालकर धमकी दी कि अपने भाई लोकेंद्र को समझा लेना. यदि उसने कृपाल हत्याकांड मामले में हमारे साथी कुलदीप जघीना, कुंवरजीट और विजयपाल के खिलाफ गवाही दी तो उसे भी कृपाल की तरह गोलियों से भूनकर जान से मार देंगे.
लोकेंद्र सिंह लोगों के साथ पहुंचा एसपी कार्यालयः इसके बाद उन्होंने धमकाते हुए गवाह के छोटे भाई बबलू से जेल में बंद कुलदीप और कुंवरजीत से बात करने के लिए कहा लेकिन प्रार्थी मौके से जान बचाकर भाग निकला. गुरुवार दोपहर को पीड़ित बबलू, कृपाल हत्याकांड का गवाह लोकेंद्र सिंह समेत बड़ी संख्या में लोग पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और एसपी श्याम सिंह को ज्ञापन सौंपा. पीड़ितों ने जान का खतरा बताते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
यह थी घटनाः गौरतलब है कि शहर के जघीना गेट क्षेत्र में 4 सितंबर 2022 की रात को भाजपा नेता कृपाल जघीना की अवैध हथियार से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मामले में पुलिस ने कार्रवाई कर कुलदीप जघीना, कुंवरजीत, विजयपाल समेत 9 आरोपियों को गिरफ्तारी कर लिया था. उनके खिलाफ अदालत में केस चल रहा है.