कामां. भरतपुर जिले के कामां कस्बा के कोऑपरेटिव सोसायटी बैंक के मैनेजर पर 70 वर्षीय बुजुर्ग ने रिश्वत के झूठे आरोप लगाते हुए एसीबी कार्यालय भरतपुर में शिकायत की. जिसका संज्ञान लेते हुए एसीबी ने उसका सत्यापन कराया. शिकायतकर्ता ने एसीबी टीम को अपने परिचित व्यक्ति से वार्ता कराकर झूठा सत्यापन भी करा दिया गया. जिसके बाद नौ हजार रुपए की राशि लेकर परिवादी (आरोपी) एसीबी टीम के साथ बैंक पहुंच गया. एसीबी की टीम बैंक के पास रुक गई. परिवादी ने बैंक मैनेजर की टेबल पर कागज में लपेट कर रिश्वत की राशि बतौर रख दिए. उसके बाद उसने एसीबी टीम को इशारा कर दिया. जब एसीबी टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पूरे मामले का खुलासा हुआ और फिर शिकायतकर्ता को लताड़ लगाई.
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मीणा ने बताया पहाड़ी थाना क्षेत्र के गांव खिल्लूका निवासी इदरीश पुत्र निवाज खां ने बुधवार को परिवाद देकर अवगत कराया कि रवि आर्य बैंक मैनेजर शाखा प्रबंधक द भरतपुर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, कामां ने खराब मसाले के ब्याज मुक्त ऋण की राशि का भुगतान लिमिट बढ़ाकर एक लाख रुपए करने के एवज में कमीशन के हिसाब से एडवांस में बतौर नौ हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है. जिसके बाद एसीबी की टीम ने बुधवार को बैंक में सत्यापन किया. सत्यापन के बाद गुरुवार को एसीबी टीम नौ हजार रुपए की राशि लेकर परिवादी के साथ बैंक पहुंची. परिवादी ने बैंक मैनेजर की टेबल के पास कागज में लपेट कर रिश्वत राशि रख दिया और एसीबी टीम को सिग्नल दिया.
इस पूरे मामले से बैंक मैनेजर अनभिज्ञ थे. एसीबी की टीम जब बैंक पहुंची तो टेबल पर कागज में लिपटे रिश्वत के पैसे मिले. उसके बाद सीसीटीवी की फुटेज खंगाले गए तो उनमें जिस व्यक्ति से सत्यापन कराया गया था वो व्यक्ति शिकायतकर्ता का ही परिचित था. बैंक मैनेजर से आपसी रंजिश के वजह से उसने एसीबी में झूठी शिकायत की थी. सीसीटीवी फुटेज अन्य साक्ष्यों के आधार पर एसीबी की टीम ने कार्रवाई को झूठा मानते हुए रद्द कर दिया. अब आला अधिकारियों के निर्देश पर झूठी शिकायत करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
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