भरतपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गुरुवार शाम को शिक्षा विभाग के कार्यालय में कार्रवाई करते हुए एक यूडीसी को 21 हजार रुपए के (Bharatpur Education Department UDC arrested) साथ ट्रैप किया है. आरोपी ने यह रिश्वत परिवादी से वरिष्ठता सूची में सही क्रम में नाम जुड़वाने की एवज में मांगी थी. परिवादी की शिकायत के बाद एसीबी ने गुरुवार शाम को आरोपी को बीच बाजार पीछा कर रिश्वत राशि के साथ गिरफ्तार कर लिया.
भरतपुर के शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक कार्यालय में वरिष्ठ सहायक पद पर कार्यरत वीरेंद्र कुमार शुक्ला ने करौली, हिंडौन के खरैटा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में वरिष्ठ सहायक पद पर कार्यरत ज्ञान सिंह बेनीवाल से रिश्वत मांगी थी. अस्थाई वरिष्ठता सूची में सही क्रम में नाम जुड़वाने की एवज में 21 हजार की रिश्वत मांगी थी. परिवादी ने इसकी शिकायत एसीबी कार्यालय में की जिसका 12 मई 2022 को 3000 रुपए की रिश्वत प्राप्त करने और 18 हजार रुपए रिश्वत और मांगने का सत्यापन हो गया.
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गुरुवार को आरोपी ने परिवादी से किला स्थित बिहारी जी मंदिर के पास 18 हजार रुपए की रिश्वत राशि मंगाई. जब परिवादी रिश्वत लेकर आरोपी के पास पहुंचा और उसको रिश्वत राशि थमाई, तो उसे शक हो गया. शक होते ही आरोपी अपनी मोटरसाइकिल लेकर मौके से भाग छूटा. एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मीणा ने बताया कि टीम ने आरोपी को पीछा कर बीच बाजार चौबुर्जा के पास धर दबोचा. आरोपी से रिश्वत राशि भी बरामद कर ली गई. आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.