भरतपुर. जिले के सिकरोरा हत्याकांड (Sikrora murder case) के तीन इनामी आरोपियों में से एक आरोपी नीरज को पुलिस ने उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के ग्रामीण इलाके में शरण लिए हुए था. वहीं हत्या के दो अन्य इनामी आरोपियों की अभी भी तलाश जारी है. मुख्य आरोपियों को शरण और मदद करने वाले दो आरोपियों को जेल भेज दिया है. शरण देने वाले आरोपियों ने पुलिस बल पर लाठी से हमला भी किया था, जिसमें एक इंस्पेक्टर घायल भी हो गया था.
जानकारी के अनुसार सिकरोरा हत्याकांड (Bharatpur Triple Murder) में पुलिस ने तीन आरोपियों लाखन, मनीष और नीरज की पहचान की थी. एसपी ने तीनों आरोपियों पर 5-5 हजार का इनाम भी घोषित किया था. इनमें से एक आरोपी नीरज को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी को पुलिस पकड़कर भरतपुर ले आई है. हालांकि, अभी तक पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया है.
इंस्पेक्टर पर किया था हमला- पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार घटना के बाद मुख्य आरोपी लाखन और मनीष उत्तर प्रदेश के आगरा के जगनेर थाना इलाके में गांव नगला बेड़ा में छुपे हुए थे. यहां अजय सिंह के घर शरण ली थी. सूचना मिलने पर पास थाना प्रभारी भोजाराम, एएसआई हरदम सिंह, कांस्टेबल हजारीलाल और विनय कुमार नगला बेड़ा पहुंचे. यहां जानकारी मिली कि आरोपी अजय के साथ बाइक से रूपवास निकल गए. पुलिस रात करीब 11 बजे रूपवास के गांव पुरा पहुंची और मनीष के घर पर सर्च लाइट जलाई. यहां पुलिस बल पर दो लोगों ने लाठी से हमला कर दिया, जिसमें इंस्पेक्टर भोजाराम के घुटने में चोट आई. बाद में हमला करने वाले दोनों आरोपी शैलेंद्र और अजय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जहां से दोनों को जेल भेज दिया.
यह थी घटना- गौरतलब है कि सिकरोरा गांव में 27 नवंबर की रात को करीब 1 बजे लाखन ने अपने साथियों के साथ मिलकर गजेंद्र के घर में घुस कर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. फायरिंग में गजेंद्र, समंदर, ईश्वर, टेनपाल, और टेनपाल की मां के गोली लगी. घटना में गजेंद्र, समंदर, ईश्वर की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि गजेंद्र की पत्नी माया, पुत्र टेनपाल और टेनपाल की पत्नी रवीना गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका जयपुर एसएमएस अस्पताल में उपचार चल रहा है.