भरतपुर. कोरोना संक्रमण से जूझ रहे प्रशासन को सोमवार को बयाना के क्वॉरेंटाइन सेंटर में भर्ती लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. क्वॉरेंटाइन सेंटर में भर्ती 56 लोगों ने घर भेजने की मांग करते हुए खाने का बहिष्कार कर दिया. यहां भर्ती लोगों का आरोप है कि जिला प्रशासन ने उन्हें 20 दिन से क्वॉरेंटाइन किया हुआ है. उनकी रिपोर्ट भी नेगेटिव आ गई है, बावजूद उसके उन्हें घर नहीं भेजा जा रहा है. क्वॉरेंटाइन सेंटर पर कार्यरत कर्मचारियों ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी.
जानकारी के अनुसार बयाना कस्बे के क्वॉरेंटाइन सेंटर जीएनएम कॉलेज में भर्ती कसाई पाड़ा के 56 लोगों ने सोमवार सुबह नाश्ता तो कर लिया, लेकिन दोपहर को जैसे ही उनको खाना पहुंचाया गया तो उन्होंने खाने का बहिष्कार कर दिया. सेंटर पर कार्यरत कर्मचारियों ने इसकी सूचना चिकित्सा अधिकारी एवं उपखंड अधिकारी को दी, जिन्होंने क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचकर मरीजों से काफी समझाइश की. इसके बावजूद मरीजों ने खाना नहीं खाया.
कर रहे घर भेजने की मांग
जानकारी के अनुसार क्वॉरेंटाइन सेंटर में भर्ती 56 लोगों को जिला प्रशासन ने 20 दिन से अधिक समय से क्वॉरेंटाइन किया हुआ है. उनकी जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है, लेकिन उसके बाद ही प्रशासन उन्हें अपने घर नहीं भेज रहा है. ऐसे में क्वॉरेंटाइन सेंटर में भर्ती मरीजों ने प्रशासन से उन्हें अपने घर भेजने की मांग की है.
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गौरतलब है कि भरतपुर जिले में अब तक कुल 114 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं. इनमें से सर्वाधिक 98 मरीज बयाना कस्बा के कसाई पाड़ा के हैं. ऐसे में पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए बयाना कस्बा के काफी लोगों को संक्रमण से बचाव के लिए क्वॉरेंटाइन भी किया हुआ है.