भरतपुर. महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय पर पैसों के बदले में नंबर बढ़वाने के आरोपों की जांच का जिम्मा तीन सदस्यीय कमेटी को सौंपा गया है. बीते दिनों छात्रों ने विश्वविद्यालय में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया था. जिसके बाद विश्वविद्यालय कुलसचिव ने पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया था. ये कमेटी विद्यार्थियों और छात्र नेताओं के लगाए गए आरोपों की तथ्यात्मक जांच करेगी और उसकी रिपोर्ट तैयार कर कुलसचिव को सौंपेगी. ईटीवी भारत में इस मुद्दे को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने कमेटी का गठन किया है.
जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय कुलसचिव ने विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा पर लगाए (Committee formed for Brij University Controversy in Bharatpur) गए गड़बड़ी के आरोपों की जांच के लिए पूर्व परीक्षा नियंत्रक और राजकीय महाविद्यालय बसेड़ी के प्राचार्य डॉ सतीश त्रिगुणायत, सेवानिवृत्त आरएएस राकेश मंगल और राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त अवंत बिहारी सिंह मदनावत की कमेटी गठित की गई है. ये कमेटी छात्रों के लगाए गए आरोपों की जांच करेगी.
छात्रों ने लगाए थे ये आरोप: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं ने विश्व विद्यालय की परीक्षा (Brij University Controversy in Bharatpur) शाखा में गड़बड़ी के आरोप लगाए थे. छात्रों का आरोप था कि एक दलाल पैसे लेकर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के नंबर बढ़वाता है. इसका एक ऑडियो भी वायरल हुआ था. वहीं एक विद्यार्थी की अंकतालिका भी प्रस्तुत की गई थी, जिसमें रिवैल्युएशन के बाद दो बार अलग-अलग प्रश्नों में अंक बढ़ाए गए थे और मार्कशीट भी दो बार अपडेट हुई थी.
कुलसचिव ने आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्य कमेटी का गठन किया है और 5 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है. उसके बाद ही पता चलेगा कि छात्र नेताओं और छात्रों द्वारा लगाए गए आरोपों में कितनी सच्चाई है. बीते दिनों विश्वविद्यालय में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय, एमएसजे कॉलेज और कलेक्ट्रेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया था. विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन के दौरान 2 छात्र गुट आपस में भिड़ गए थे, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन को मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी थी. उसके बाद मामला शांत हुआ था.