बाड़मेर. जिला अस्पताल के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र के शिशु वार्ड में खिड़कियों के शीशे टूटे होने की वजह से बीमार मासूम बच्चे सर्दी की वजह से और ज्यादा बीमार हो रहे हैं. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद जिला कलेक्टर अंशदीप ने शनिवार सुबह औचक निरीक्षण कर अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उस दौरान उन्होंने अस्पताल प्रशासन को शिशु वार्ड की खिड़कियों में टूटे शीशे को ठीक करने के निर्देश दिए थे, लेकिन कलेक्टर के निर्देशों के बावजूद भी जिला अस्पताल के शिशु वार्ड की हालात जस के तस बनी हुई है.
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अस्पताल में भर्ती हुए एक शिशु की मां ने बताया कि खिड़कियों के शीशे नहीं होने की वजह से रात में उन्हें सर्दी में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है, वहीं बच्चे भी और बीमार हो रहे हैं. वहीं इस मामले को लेकर जब अस्पताल पीएमओ डॉ. बी. एल मंसूरिया से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अस्पताल की तीसरी मंजिल पर शिशु वार्ड है. जिनकी खिड़कियों के शीशे टूटे हुए जमीन से ऊंचाई ज्यादा होने की वजह से क्रेन की मदद से खिड़कियों के शीशे ठीक करने का कार्य किया जाएगा. जिसके लिए क्रेन के लिए स्पेशल टोली बनाई जा रही है. जिसकी मदद से अस्पताल की तीसरी मंजिल की खिड़कियों के शीशे लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा है कि शिशु वार्ड की खिड़कियों के शीशे जल्द लग जाएंगे, ताकि बच्चों को सर्दी में परेशानी का सामना नहीं नहीं पडे़गा.