बायतू(बाड़मेर). जिले के बायतू पंचायत समिति के पनावड़ा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है. साथ ही ग्रामीणों की ओर से जिला कलेक्टर विश्राम मीणा के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. सौंपे गए ज्ञापन में ग्रामीणों का कहना है कि पनावड़ा सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी की ओर से मनरेगा में मशीनरी का उपयोग कर फर्जी मस्टरोल भर सरकारी रुपये का दुरुपयोग किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि कोरोना माहमारी के चलते काफी मजदूर बेरोजगार हो गए हैं, उन्हें काम नही दिया जा रहा. साथ ही ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने काम के लिए भी अप्लाई किया पर उन्हें काम नही देकर मशीनरी से काम करवाकर फर्जीवाडा कर रहे हैं. प्राप्त जानकारी में ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी मिलीभगत कर लंबे समय से सरकारी योजनाओं का अपने चहेतों को फायदा पहुंचा रहे हैं, और गांव के ग्रामवासियों को सरकारी योजनाओं का लाभ ना के बराबर मिल रहा है.
साथ ही लॉकडाउन के चलते राज्य सरकार की ओर से मनरेगा कार्यों में ग्रामीणों को अधिक से अधिक रोजगार से जोड़ने की बात की जा रही है. जिसके बावजूद पनावड़ा ग्राम पंचायत में सरपंच,ग्राम विकास अधिकारी अपनी मनमर्जी से जॉब कार्ड बनाकर अपने चहेतों को फायदा पहुंचा रहे हैं. साथ ही नरेगा कार्यों में धांधली के चलते ग्रामीण बेरोजगारी की कगार पर आ गए हैं. वहीं ग्रामीणों ने इस पूरे मामले को लेकर पूर्व में भी मुख्य कार्यकारी अधिकारी से शिकायत की थी.
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पर भ्रष्ट सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम सेवक के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई. जिला कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने सार्वजनिक निर्माण कार्यों की जांच करवाने के साथ भ्रष्ट अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने और ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने की मांग की है.