बाड़मेर. जिले में ग्रामीणों ने कोयला उत्पादन कर रही एक निजी कंपनी में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. पिछले लंबे समय से कोयला उत्पादन कर रही एक निजी कंपनी की मनमानी और वादाखिलाफी के विरोध में स्थानीय लोगों और ट्रक मालिकों ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा है.
इस दौरान स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वह विरोध- प्रदर्शन करेंगे. दरअसल, कंपनी की ओर से प्लांट की स्थापना के दौरान स्थानीय लोगों को कंपनी मालिक की ओर से कई वादे किए गए थे. वादे में कहा गया था कि, स्थानीय स्तर पर प्रत्येक क्षेत्र में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता प्रदान की जाएगी, जो कि आज की परिस्थिति से ठीक उल्टा है.
ग्रामीणों ने बताया कि भूमि अधिग्रहण के बाद कंपनी के स्थानीय लोगों को प्राथमिकता के वादे पर ग्रामीणों ने गाड़ियां खरीद ली पर अब ये गाड़ियां खड़ी करने की स्थिति में आ गई हैं. वहीं कम्पनी की ओर से मांगें नहीं मानी जाने पर करीब 190 ट्रक खड़े कर 9 जुलाई से ग्रामीण आंदोलन की राह पर उतरेंगे.
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ग्रामीण हिंगलाज दान ने बताया कि स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है. कोरोना महामारी के चलते पहले से हालत बहुत खराब है. ऊपर से कंपनी स्थानीय लोगों को काम देने की बजाय हटाने का कार्य कर रही है. निजी कम्पनी के सीएसआर में भी पारदर्शिता नहीं है.