सिवाना (बाड़मेर). जिले के सिवाना संघर्ष समिति की ओर से अनिश्चितकालीन जल समस्या के निवारण हेतु अहिंसात्मक आंदोलन मंगलवार को 72वें दिन भी जारी है. सिवाना कस्बे में पानी लाने की जींद कहे या जनता को मूलभूत सुविधाएं दिलवाने ओर उनके हक के लिए लगातार लंबे समय से संघर्षरत महेंद्र कुमार जैन की ओर से सिवाना संघर्ष समिति के तत्वाधान में लगातार अहिंसात्मक धरना जारी है.
महेंद्र कुमार जैन के अनुसार कोरोना महामारी में भी संघर्ष समिति के लोगों की ओर से लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रतिदिन मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर पानी की समस्या को लेकर गुहार लगाई जा रही है. वहीं धरना स्थल पर सिवाना स्थानीय प्रशासन और नेताओं, मंत्रियों की ओर से भले ही पानी की समस्या को लेकर समस्या समाधान हेतु आश्वासन दिए हो. मगर बीते 72 दिनों में समस्या जस की तस बनी हुई है और समस्या पर किसी भी प्रकार का कार्य नहीं किया जा रहा है.
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इसके बाद मगलवार को को ज्ञापन में बताया गया कि वर्तमान में सिवाना कस्बे सहित तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों में भूजल स्तर पेंदे पर चले जाने के कारण लम्बे समय से पानी की भयंकर समस्या आम लोगों के सामने खड़ी है. पिछले 18 साल से सरकारी स्तर पर सिवाना क्षेत्र के 101 गांवों में पेयजल के स्थायी समाधान के लिए वर्ष 2003 में पोकरण-फलसुंड, बालोतरा-सिवाना पेयजल परियोजना की गई थी. जिनका कार्य वर्तमान में पूर्ण होने के अंतिम चरण में अधूरा पड़ा है.
ज्ञापन में बताया गया कि परियोजना के पाइपलाइन बिछाने के अधूरे पड़े कार्य को पूरा कर वैकल्पिक व्यवस्था के बतौर जलापूर्ति करने की मांग को लेकर हम ग्रामीणों की ओर से पिछले 72 दिनों से तहसील कार्यालय के आगे अनिश्चितकालीन अहिंसात्मक धरने पर बैठे हैं.