बालोतरा (बाड़मेर). केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कोरोना लॉकडाउन के चलते दिल्ली, सेबालोतरा, बाड़मेर, बायतु और चौहटन के भाजपा कार्यकर्ताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद किया. इस डिजिटल संवाद में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कोरोना संकट, खेती और किसानों से जुड़ी समस्याओं, टिड्डी दल के हमले और प्रवासी बंधुओं की घर वापसी सहित कार्यकर्ताओं और आमजन से जुड़े तमाम सवालों के जवाब दिए.
इस दौरान कैलाश चौधरी ने कोरोना संकट की निराशा से उबरकर, इस आपदा को अवसर में बदलने का आह्वान किया. साथ ही केंद्र सरकार की उपलब्धियों और सक्रियता का जिक्र करते हुए राज्य सरकार की विफलताओं पर भी तंज कसे. उन्होंने कहा कि, राजस्थान की कांग्रेस सरकार कोरोना महामारी और टिड्डी हमले जैसी आपदाओं से जनता का ध्यान बंटाना चाहती है.
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कैलाश चौधरी ने क्षेत्र में टिड्डियों की रोकथाम को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत में कहा कि, राज्य सरकार टिड्डी नियंत्रण को लेकर अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है. साथ ही प्रदेश के नेताओं की आपसी बयानबाजी के कारण जनता भ्रमित है कि, टिड्डी रोकथाम को लेकर केंद्र और राज्य सरकार की क्या-क्या जिम्मेदारियां हैं.
उन्होंने कहा कि, रेगिस्तान में टिड्डी नियंत्रण का काम केंद्र का होता है, वहीं कृषि राज्यसूची का विषय होने के कारण खेतों में टिड्डी भगाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है. इसके बावजूद मैंने वित्तमंत्री को पत्र लिखकर राज्य सरकार को आपदा राहत कोष से अलग से पैसा दिलवाया. टिड्डियों को हवाई स्प्रे से नष्ट करने के लिए इंग्लैंड से हवाई स्प्रे मशीनों का आयात समझौता किया, जो लॉकडाउन के कारण रुक गया. भुगतान सहित इसकी शेष प्रकिया सम्पन्न हो चुकी है. लॉकडाउन में कुछ छूट मिलते ही ये हेलीकॉप्टर शीघ्र ही भारत पहुंचेंगे. परन्तु इन सबके बीच राज्य की कांग्रेस सरकार केवल प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर और केंद्र सरकार पर आरोप लगाकर निर्लज्जता के साथ अपने कर्तव्य की इतिश्री कर रही है.