जयपुर: झुंझुनू जिले के मेघपुर गांव में पानी का मटका छूने पर दलित युवक के साथ बेरहमी से मारपीट और वसूली की घटना को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने इस अमानवीय घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है.
सचिन पायलट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि झुंझुनू के मेघपुर में पानी के मटके को छूने को लेकर दलित युवक को बेरहमी से पीटने एवं वसूली की घटना पूर्ण रूप से अमानवीय है. जिसकी मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं.
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भाजपा राज में दलित प्रताड़ित: सचिन पायलट ने कहा कि हर प्रकार के भेदभाव एवं असमानता को मिटाकर लोगों को एकता, समानता और सद्भाव के सूत्र में बांधना है, यही बाबा साहेब के आदर्श हैं. प्रदेश की भाजपा सरकार के शासन में हो रही इस प्रकार की घटनाएं उन आदर्शों और संवैधानिक मूल्यों को आहत करती हैं. केंद्र एवं राज्य की भाजपा सरकार के राज में दलितों, पिछड़ों एवं गरीबों पर अत्याचार किया जा रहा है. उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. यह बेहद शर्मनाक है.
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एक लाख रुपये लेकर छोड़ने का आरोप: झुंझुनू जिले के मेघपुर गांव की इस घटना को लेकर पचेरी कलां थाने में मामला दर्ज हुआ है. इसमें आरोप लगाया गया है कि पानी का मटका छूने की बात को लेकर दो ट्रैक्टर ड्राइवरों के साथ बेरहमी से मारपीट की गई. इसके बाद रातभर बंधक बनाए रखने और एक लाख रुपये लेकर छोड़ने का भी आरोप है.
टीकाराम जूली बोले, समतामूलक समाज के सपने को भाजपा ने किया तार-तार: राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मेघपुर की घटना को भाजपा सरकार की असंवेदनशीलता और जातिवादी मानसिकता का प्रत्यक्ष उदाहरण बताया है. वे बोले कि यह घटना न केवल दलित समाज के सम्मान और अधिकारों पर हमला है, बल्कि यह भाजपा सरकार की दलित विरोधी नीतियों को भी उजागर करती है. जूली ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने जिस समतामूलक समाज और संविधान का सपना देखा था. उसे राजस्थान की भाजपा सरकार ने तार-तार कर दिया है. बाबा साहब ने हमें समानता, न्याय और भाईचारे का मार्ग दिखाया था, लेकिन आज यह सरकार इन मूल्यों की खुलेआम अवहेलना कर रही है. दलितों को सिर्फ उनकी जाति के आधार पर अपमानित और प्रताड़ित किया जा रहा है, और सरकार मूकदर्शक बनी बैठी है.