बालोतरा (बाड़मेर). प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण के चलते अब बाहरी राज्यों से प्रवासियों को लाने और यहां से श्रमिकों को अपने गृह जिले में जाने की अनुमति को लेकर मशक्कत की जा रही है. ऐसे में बालोतरा औद्योगिक क्षेत्र में काम करने वाले बिहार के मजदूरों ने अब पैदल ही घर जाने का रास्ता अपना लिया है.
जब 45 दिन तक इन मजदूरों की किसी ने सुध नहीं ली तो वे पैदल ही अपने घर जाने के लिए रवाना हो गए. बालोतरा से रात को रवाना हुए सभी मजदूरों को 30 किमी दूर सरवड़ी में देर रात को प्रशासन ने रोक कर उनके भोजन और पानी की व्यवस्था करवाई. वहीं बालोतरा उपखंड अधिकारी रोहित कुमार ने सरवड़ी पहुंच सभी मजदूरों से अपील करते हुए कहा कि सरकार की ओर से उनके घर जाने की व्यवस्था की जा रही है. आगामी दिनों में उनको घर भेज दिया जाएगा.
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मॉडिफाई लॉकडाउन के बाद सरकार ने सशर्त फैक्ट्री में काम काज करने की अनुमति दी है, लेकिन बाहरी राज्य से माल परिवहन नहीं होने और एडवाइजरी के सख्त निर्देश के बाद काम शुरू नहीं हुआ है. जिसके चलते मजदूरों ने अब अपना रुख घरों की ओर कर लिया है. कुछ मजदूरों ने इकाई मालिक पर आरोप भी लगाए कि उनके भोजन की व्यवस्था नहीं करवाई गई. उस कारण जान को जोखिम में डालते हुए बालोतरा औद्योगिक क्षेत्र से 103 बिहारी मजदूर पैदल ही घरों की ओर रवाना हो गए. जिसे प्रशासन ने सरवड़ी में रोक लिया.