बाड़मेर. जिले में करीब एक महीने पहले 16 वर्षीय नाबालिग स्कूली बच्ची ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. घटना के कुछ दिन बाद परिजनों को बच्चे की स्कूल कॉपी में सुसाइड नोट लिखा हुआ मिला था. जिसमें बच्ची ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे.
हालांकि सुसाइड नोट में उसने किसी का नाम नहीं लिखा है. जिसकी वजह से यह सुसाइट नोट पुलिस के लिए गुत्थी बन गया है. पुलिस के अनुसार सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग की जांच करवाने के साथ ही परिजनों और बच्ची के सहपाठियों सहित कई अन्य लोगों से पूछताछ कर पूरे मामले की गहनता से पड़ताल की जाएगी. इस पूरे मामले की जांच संबंधित एसएचओ को सौंप दी गई है.
ये है मामला...
धोरीमना थाना इलाके में 5 जून को 16 वर्षीय नाबालिक स्कूल की बच्ची के आत्महत्या करने के बाद पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर मर्ग दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया था. जिसके बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया था. अंतिम संस्कार के बाद परिजनों के हाथ एक सुसाइड नोट लगा है. जिसमें नाबालिक बच्ची ने कई चौंकाने वाली बातों का जिक्र करते हुए प्रताड़ित करने का आरोप लगाए हैं.
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जिसके चलते परिजनों ने आशंका है कि उनकी नाबालिक बच्ची के साथ कुछ गलत हुआ है और उसे प्रताड़ित किया गया है. जिसके चलते उन्होंने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर सुसाइड की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 5 जून को 16 वर्षीय एक नाबालिग स्कूली बच्ची ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी.
जिसपर उस समय परिजनों की ओर से कोई शक जाहिर नहीं किया गया था. लिहाजा मर्ग दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. घटना के कुछ दिन बाद परिजनों को बच्ची के स्कूल की एक कॉपी के आखिरी के पन्नों पर सुसाइड नोट लिखा हुआ मिला है. जिसमें कई भरे आरव और खुलासे की गए हैं. इसके अलावा उसने इस बात का भी जिक्र किया है कि कुछ और लड़कियां भी सुसाइड कर सकती है. हालांकि सुसाइड नोट में किसी का नाम नहीं लिखा है और नहीं साइन किए हैं. ऐसे में पुलिस हैंडराइटिंग की जांच करवाएगी. पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच संबंधित एसएचओ को सौंप दी है.