बाड़मेर. पुलवामा हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव हर रोज बढ़ता जा रहा है. लेकिन इसका असर अब बाड़मेर में रहने वाले महेंद्र सिंह को भी महसूस हो रहा है. महेन्द्र सिंह की बारात अपनी दुल्हन को लेने पाकिस्तान जाने वाली थी. पर सीमा पर मौजूद तनाव एक दूल्हे को अपनी दुल्हन से मिलने से रोक रहा है.
पिछले महीने की 14 फरवरी से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है. जिसके चलते भारत और पाकिस्तान में रहने वाले लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. आलम यह है कि इसी महीने की 8 मार्च को पाकिस्तान जाने के लिए राजस्थान के बाड़मेर जिले से एक बारात थार एक्सप्रेस के जरिए पाकिस्तान के अमरकोट जाने वाली थी.
लेकिन वर्तमान हालातों को देखते हुए दुल्हे महेंद्र सिंह ने अपनी शादी की तारीख को आगे बढ़ा दिया. महेंद्र सिंह ने अपनी शादी के लिए 1 महीने से तैयारी कर रहा है. शादी के सारे जरूरी सामान तैयार कर लिए गए. लेकिन पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद सीमा के इस पार और उस पार तनाव बढ़ गया है.भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर तारबंदी भले ही हो गई हो लेकिन आज भी दोनों मुल्कों के लोगों में आपसी रिश्तेदारी कायम है. आलम यह है कि पाकिस्तान से आज भी कई हिंदू परिवार अपनी बेटियों को ब्याह करने के लिए भारत आते हैं और अपनी बेटियों की शादी करते हैं. लेकिन इस बार बाड़मेर के गिराब गांव के पास निवासी महेंद्र सिंह राठौड़ की बारात पाकिस्तान के सरनाऊ गांव जानी थी लेकिन ऐन वक्त पर दूल्हे ने भारत-पाक के तनाव के बीच की स्थिति को देखते हुए शादी को स्थगित कर दिया.
गौरतलब है कि महेंद्र सिंह का रिश्ता पाकिस्तान के अमरकोट प्रांत के सनाऊ निवासी रण सिंह सोढा की बेटी से तय हुआ था. 8 मार्च को शादी की तारीख तय होने के बाद पिछले शुक्रवार को जोधपुर से थार एक्सप्रेस के जरिए बारात पाकिस्तान को रवाना होनी थी. लेकिन तनाव के चलते संभव नहीं हो पाया.महेंद्र सिंह के रिश्तेदार पूर सिंह बताते हैं कि शादी की बारात का वीजा लाने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी. 7 दिन तक दिल्ली में रुकना पड़ा था और उसके बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के हस्तक्षेप के बाद वीजा मिला था लेकिन अब शादी वर्तमान हालातों को देखते हुए स्थगित कर दी गई है. दूल्हे महेन्द्र का तो इतना ही कहना है कि जल्द ही दोनों मुल्कों के बीच शांति कायम हो.