सिवाना (बाड़मेर). सिवाना विधानसभा क्षेत्र के सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल ने मंगलवार को अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता की, प्रेस वार्ता में भाजपा विधायक हमीरसिंह भायल ने बताया कि राज्य सरकार के ऊर्जा विभाग की ओर से गत 16 जुलाई को जारी किए गए आदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती के आदेश को तुगलकी फरमान बताते हुए इसे आमजन के साथ घोर अन्याय बताया है.
विधायक ने बताया कि सरकार द्वारा इस प्रकार के आदेश को वापस नहीं लिया गया तो जन आंदोलन करने की चेतावनी भी दी. उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार की ओर से इस तरह से विजिलेंस की जा रही है. जिसमें BPL परिवारों से भी 10 से 15 हजार रुपए के बिजली बिल थमाये जा रहे हैं. साथ ही दोगुना सरचार्ज कोराना में घर बैठे लोगों से वसूला जा रहा है.
कोरोना महामारी और टिड्डी दल हमले सहित विभिन समस्याओं से जूझ रहे किसानों को वर्तमान में सरकार विद्युत विभाग के मार्फत विजिलेंस टीमें भेज हजारों रुपये का चार्ज वसूल कर जनता को आर्थिक रूप से परेशान किया जा रहा है. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू उपभोक्ताओं को अब सुबह शाम ही 4-4 घंटे विद्युत आपूर्ति करने और बचे समय में कटौती का आदेश जारी कर परेशानी पैदा की जा रही है.
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इसी के साथ विधायक ने कहा कि इस समय राजस्थान सरकार आपस में लड़कर होटलों में बंद हो गई है और जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है. पोकरण-फलसुंड-सिवाना पेयजल परियोजना का कार्य 2 साल से बंद पड़ा है. वहीं राजस्थान में इस वक्त कानून व्यवस्था पंगु बन चुकी है. दुष्कर्म और हत्याएं हो रही है. उन्होंने बताया कि समय रहते सरकार नहीं संभाली तो अराजकता फैल जाएगी.
लूणी नदी में छोड़ा जा रहा दूषित पानी
जल समस्या को लेकर चिंता जताते हुए विधायक ने कहा कि 2 साल पूर्व भी इसी प्रकार से फैक्ट्रियों की ओर से रसायन पानी छोड़ा गया था. तब उसे बंद करवाया था और अब वापस फैक्ट्रियों से रसायनिक वक्त दूषित पानी छोड़ा जा रहा है. जो किसानों के लिए बड़ा घातक सिद्ध हो रहा है. रासायनिक पानी को रोकने के लिए पहले की भाजपा सरकार में बनी कार्ययोजना पर सख्ती से कार्य नहीं करने से लूणी नदी पूरी दूषित हो रही हैं.