बाड़मेर. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया एक दिवसीय यात्रा के दौरान सोमवार को बाड़मेर पहुंचे. जहां उन्होंने कई कार्यक्रमों में शिरकत की. साथ ही उन्होंने बाड़मेर में प्रेस वार्ता आयोजित कर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा.
पत्रकारों से रूबरू होते हुए पूनिया ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश कार्यालय के बाहर जन सुनवाई के दौरान रोजगार के लिए प्रदर्शन कर रही नर्सिंग कर्मी महिलाओं से मारपीट की घटना की घोर निंदनीय है. पूनिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान करने की बात करती है, जो कि झूठ है.
मुख्यमंत्री जनता से किए चुनावी वादे पूरे करने की जगह वो सुबह से शाम तक भाजपा, आरएसएस, प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर लगातार टिप्पणी करके सोनिया गांधी को खुश करने में लगे रहते हैं. जिससे कैसे भी करके मुख्यमंत्री की कुर्सी बची रहे.
पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री को लगता है कि यह मेरा अंतिम कार्यकाल है और इस कार्यकाल को कैसे पूरा करू. निकाय चुनाव में मिली बढ़त को बढ़ा चढ़ाकर बता रहे हैं ऐसा लगता है कि वह अपने पुत्र की लोकसभा चुनाव में हार के बाद विचलित हो रहे हैं. इस कारण वह झूठ और भ्रम फैलाने वाले बयान देते रहते हैं.
महाराष्ट्र में चल रही गतिविधियों पर बोलते हुए पूनिया ने कहा कि कांग्रेस राज्य में 81 बार राष्ट्रपति शासन विभिन्न राज्य में लगाया गया. 90 के दशक में हरियाणा के चुनाव में बहुमत को दरकिनार कर भजनलाल को सत्ता दिलाने का काम कांग्रेस ने किया, ऐसे अनेक उदाहरण हैं. इसलिए बीजेपी को कांग्रेस के नेता नहीं सिखाए कि क्या सही है, बल्कि अपने गिरेबान में झांके. राजस्थान के मुख्यमंत्री को महाराष्ट्र की चिंता ना करके राजस्थान की जनता की चिंता करनी चाहिए.
पूनिया ने कहा कि राजस्थान में सरकारी तंत्र और अपने सरकार के मंत्रियों के दम पर निकाय चुनाव में लोकतंत्र की हत्या करने वाले अशोक गहलोत महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या की दुहाई दे रहे हैं. महाराष्ट्र में भाजपा ने सरकार बनाई है और एनसीपी ने पार्टी को समर्थन दिया है. एनसीपी का अपना स्वयं का मसला है उनके दल के नेता ने लिखित में पार्टी को समर्थन दिया है.