बाड़मेर. मुख्यमंत्री गहलोत के गढ़ में सचिन पायलट के दौरे के बाद एक बार फिर चर्चा का दौरा शुरू हो गया है. ऐसा इसलिए, क्योंकि लोग पायलट की एक झलक पाने के लिए धूप में इंतजार करते नजर आए, कई जगहों पर उनका जोरदार स्वागत हुआ और इसी बात ने गहलोत गुट की नींद उड़ा दी है.
इससे पहले जब सचिन पायलट बाड़मेर आते थे तब वह पीसीसी चीफ की हैसियत से आते थे, तो उनका स्वागत संगठन के पदाधिकारियों से लेकर विधायक करते थे. इस दौरान भीड़ भी जमा हो जाती थी, लेकिन इस बार ऐसा माना जा रहा है कि पायलट के दौरे के दौरान सभी उनसे दूरी मनाएंगे.
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क्योंकि ज्यादातर गहलोत खेमे से आते हैं, लेकिन उसके बावजूद भी जिस तरीके से पायलट का स्वागत हुआ उसने एक बात तो पक्की कर दी है कि पायलट का क्रेज सिर्फ कोटा, भरतपुर या अजमेर संभाग में ही नहीं, बल्कि गहलोत के गढ़ जोधपुर संभाग में भी जबरदस्त तरीके से है.
बाड़मेर जिले में वर्तमान में पांच विधायक और एक मंत्री कांग्रेस से आते हैं. जिसमें गुड़ामालानी विधायक हेमाराम चौधरी को छोड़ दें तो बाकी सभी गहलोत खेमे से आते हैं. सभी ने इस दौरे से दूरी बनाई. यहां तक कि पचपदरा विधायक मदन प्रजापत स्थानीय कार्यक्रम में नजर तो आए, लेकिन पायलट के साथ नजर नहीं आए. खानापूर्ति करने के लिए कांग्रेस के जिला अध्यक्ष हेमाराम चौधरी और ब्रह्मधाम आसोतरा के कार्यक्रम में जरूर नजर आए.
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पायलट के दौरे के दौरान करीब एक दर्जन जगहों पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पायलट का स्वागत किया. इस दौरान कोई भी बड़ा नेता नजर नहीं आया, लेकिन उसके बावजूद भी कार्यकर्ताओं में जोश देखते बन रहा था.