बाड़मेर. कोरोना की दूसरी लहर की वजह से प्रदेश भर में हाहाकार मचा हुआ है. वहीं प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की वजह से चिकित्सा व्यवस्था लड़खड़ाने ने लगी है. इस बीच गहलोत सरकार ने 1 मई से 18 वर्ष से युवाओं को मुफ्त में टीका लगाने की घोषणा की है. ऐसे में गहलोत के मंत्री हरीश चौधरी ने अपने 1 महीने का वेतन कोविड कार्य में देने की घोषणा की है. साथ ही राजस्व मंत्री ने अपने और अपने परिवार के टीके का खर्च उठाने की भी बात कही है. साथ ही आमजन से आह्वान किया है कि जो लोग वैक्सीनेशन का खर्च उठाने में सक्षम है. वह लोग अपनी वैक्सीन का खर्च स्वयं उठाएं. इस तरह के छोटे-छोटे योगदान से ही इस महामारी से पार पाया जा सकेगा.
प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर भयावह होती जा रही है. ऐसे में कोविड वैक्सीनेशन पर विशेष बल दिया जा रहा है. ऐसे ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में प्रदेश के 18 वर्ष से अधिक के युवाओं को मुफ्त में वैक्सीन लगाने का ऐलान किया है. इसके बाद अब राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने अपना एक माह का वेतन प्रदेश में 18 से 45 वर्ग के नागरिकों को निशुल्क कोविड-19 लगाने के कार्य में देने की घोषणा की है. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि आज हम लोगों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि जान कैसे बचे, बाकी बातें बाद में है.
उन्होंने कहा कि आज गरीब से गरीब व्यक्ति भी अपनी क्षमता के अनुसार आगे आकर लोगों की मदद कर रहा है. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि जो व्यक्ति स्वयं के खर्चे से वैक्सीनेशन कराने में सक्षम है, वह अपने वैक्सीन का खर्चा जरूर वहन करें. उन्होंने कहा कि मेरी और मेरे परिवार की व्यक्ति का खर्चा सरकार का लगा है, उसे मैं खुद वहन करूंगा. इस तरह से छोटा-छोटा योगदान हर व्यक्ति करेगा, जब जाकर इस महामारी से हम लोग जीत पाएंगे. परिस्थितियां बहुत चिंताजनक है.
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राजस्व मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कुशल नेतृत्व एवं प्रबंधन से सरकार कोविड-19 की विकट परिस्थितियों का मुकाबला कर आमजन को समुचित संरक्षण प्रदान करेगी. बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में 18 से 45 वर्ष के नागरिकों को निशुल्क कोविड-19 लगाने का एलान करते हुए इसके लिए 3000 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया है.