बाड़मेर. गत बुधवार को बाड़मेर-जोधपुर पचपदरा के पास बस और ट्रेलर की भिड़ंत के बाद बस में आग लग गई थी जिसमें सवार 22 लोगों को चेनाराम और स्थानीय गांव वालों ने अपनी जान पर खेलकर जिंदा बाहर निकाला था. प्रशासन के बाद इनका सम्मान अब रविवार को जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत करेंगे.
जानकारी के अनुसार 22 लोगों को अपनी जान पर खेलकर जिंदा बचाने वाले चेनाराम और स्थानीय ग्रामीणों का लगातार सम्मान का दौर जारी है. आज कांग्रेस पचपदरा के विधायक मदन प्रजापत सहित बालोतरा उपखंड अधिकारी ने 10 रियल हीरो का सम्मान किया. बताया गया कि कल यानी कि रविवार सुबह 6:00 बजे पुलिस और प्रशासन के साथ ये रियल हीरो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से दोपहर के समय में मुलाकात करेंगे.
हादसे के बाद जब सोशल मीडिया पर इन रियल हीरो की कहानी वायरल होने लगी उसके बाद ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन सभी का हौंसला अफजाई करते हुए साफ तौर पर कहा था कि प्रशासन से लेकर राज्य स्तर तक इनका सम्मान किया जाएगा. एक दिन पहले ही जिला कलेक्टर की ओर से इन हीरोज का सम्मान किया गया.
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पचपदरा बस दुखांतिका की पुनरावृति रोकने के उपायों पर चर्चा
जिले में पचपदरा बस दुखांतिका जैसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए शनिवार को जिला कलेक्टर लोकबंधु की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई. इसमें सड़क सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने का फैसला किया गया. इस मौके पर जिला कलेक्टर ने कहा कि रिफाइनरी निर्माण के कारण पचपदरा से जोधपुर के मध्य यातायात का दबाव बहुत अधिक बढ़ गया है. ऐसे में परिवहन विभाग तथा पुलिस की पचपदरा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थाई चैक पोस्ट स्थापित की जाए. साथ ही अधिक गति से चलने वाले वाहनों के विरुद्ध कार्यवाही के लिए नेशनल हाईवे पर इंटरसेप्टर वाहन तैनात रहें.
बसों में लगे संकट द्वार
जिला कलेक्टर ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर सभी प्रमुख स्थानों पर वाहनों की अधिकतम सीमा के संकेतक लगाने के निर्देश दिए, जिसमें कार, बस, ट्रक आदि सभी वाहनों के लिए निर्धारित गति सीमा अंकित हो. इस मौके पर कलेक्टर ने जिले में संचालित सभी यात्री बसों में संकट द्वार लगाने तथा इसके ऊपर नाम एवं संकेतक लगाने को कहा. साथ ही बिना संकट द्वार तथा संकट खिड़की के संचालित बसों की धरपकड़ करने के निर्देश दिए. जिला कलेक्टर ने कहा कि बसों में आपातकाल के लिए नुकीले हथौड़ी भी रखे जाएं ताकि दुर्घटना की स्थिति में बसो के कांच आसानी से तोड़े जा सके.
इस मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग एवं राज्य राजमार्ग दुर्घटना संभावित स्थलों की पहचान की जाए. जहां संकेतक लगाए जाए एवं आवश्यकता होने पर सड़क का तकनीकी सुधार किया जाए. साथ ही ऊंटगाड़ी, बैलगाड़ी, टैक्टर ट्रोली पर रेडियम संकेतक लगाने का नियमित अभियान चलाए जाने पर चर्चा हुई. अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओम प्रकाश विश्नोई ने बताया कि पचपदरा बस हादसे की जांच को अंतर्विभागीय समिति गठित की गई है.