बाड़मेर. ओबीसी आरक्षण 2018 के संशोधन आदेश के विरोध में सोमवार को ओबीसी संघर्ष समिति के बैनर तले हजारों युवा और अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के नेता एक साथ सड़कों पर उतरे और विरोध प्रदर्शन (Protest against OBC reservation amendment) किया. खास बात ये है कि गहलोत सरकार के पूर्व राजस्व मंत्री हरीश चौधरी अपनी ही सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करते नजर आए.
इस दौरान हरीश चौधरी ने कहा कि ओबीसी आरक्षण में विसंगतियों की वजह से ओबीसी अभ्यर्थियों के साथ अन्याय हो रहा है. चौधरी ने कहा कि ओबीसी आरक्षण 2018 में संशोधन से पहले भूतपूर्व सैनिकों के लिए जो व्यवस्था थी उसे लागू करना चाहिए और संशोधन को वापस लिया जाना चाहिए. उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा है कि लोकतंत्र में बहुमत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. उन्होंने साफ कहा है कि इससे ईवीएम का बटन दबाने से पहले प्राप्त करेंगे.
भाजपा नेता व पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने कहा कि ओबीसी अभ्यर्थियों के साथ घात हुआ है, ये वाजिब मांग है. उन्होंने कहा कि जब यह ऑर्डर हुआ है, तो राजनीतिक रूप से हुआ है. पश्चिमी राजस्थान की राजनीति में पहली बार कांग्रेस पूर्व मंत्री और विधायक हरीश चौधरी, बीजेपी के पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेश मंत्री उम्मेदाराम बेनीवाल तीनों एक साथ ओबीसी आरक्षण संशोधन को लेकर एक ही मंच पर नजर आए. तीनों ने एक ही स्वर में इस पूरे मुद्दे पर न्याय नहीं मिलने तक युवाओं की आवाज एक साथ उठाते रहने का संदेश दिया.