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बाड़मेर: निजी कंपनी में कार्मिकों को 3 महीने से नहीं मिली सैलरी, विधायक और प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

बाड़मेर के एक निजी कंपनी के कार्मिकों ने 3 महिने से वेतन नहीं मिलने पर बाड़मेर विधायक और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है. साथ ही कंपनी से बकाया वेतन दिलाने की मांग की है. वहीं बाड़मेर के बालोतरा में कोरोना से निपटने के लिए डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर की स्थापना की गई है.

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निजी कंपनी में कार्मिकों को 3 महीने से नहीं मिली सैलरी
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Published : May 19, 2020, 10:58 AM IST

बाड़मेर. जिले में एक निजी कंपनी में काम कर रहे सैकड़ों कार्मिक सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने जिला कलेक्टर विश्राम मीणा और एएसपी खीवसिंह भाटी से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई. इस दौरान कार्मिकों ने कहा कि कंपनी के द्वारा उन्हें पिछले 3 महीनों से सैलरी नहीं दी जा रही है, जिसकी वजह से उन्हें खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है. इस पर कार्मिकों को आश्वासन दिया गया कि जल्द ही इस पूरे मामले को लेकर कंपनी के अधिकारियों से बात की जाएगी.

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वहीं कार्मिकों ने इस दौरान बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन से भी मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपकर अपनी पीड़ा बताई. जिस पर विधायक मेवाराम जैन ने भरोसा दिलाया कि उन्हें जल्द ही बकाया सैलरी दिलाई जाएगी. निजी कंपनी में काम कर रहे कार्मिकों ने बताया कि पिछले 3 महीनों से वह कंपनी में लगातार काम कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें सैलरी नहीं दी जा रही है. साथ ही कार्मिकों का कहना है कि जब वे सैलरी के लिए अपनी बात उठाते हैं, तो कंपनी द्वारा उन्हें नौकरी से निकाले जाने की धमकी दी जाती है, जिसके चलते कार्मिक बाड़मेर जिला मुख्यालय पर आए हैं, ताकि उनकी बात अधिकारियों तक पहुंचाई जा सके और उन्हें जल्द सैलरी मिल सके.

वहीं विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि इन कार्मिकों की मांग वाजिब है और सरकार की मंशा है कि इस लॉकडाउन में किसी की सैलरी नहीं काटी जाए. उन्होंने कहा कि अगर इन कार्मिकों की सैलरी नहीं मिल रही है, तो वे कंपनी के अधिकारियों से बात करेंगे और कार्मिकों को जल्द सैलरी दिलाई जाएगी, ताकि इन्हें परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. वहीं वेतन के लिए आवाज उठाने पर कार्मिकों को नौकरी से निकालने की धमकी के सवाल पर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि वे इन कार्मिकों के साथ हैं, इन पर किसी तरह का कोई अन्याय नहीं होने देंगे.

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वहीं एएसपी खीवसिंह भाटी ने बताया कि निजी कंपनी में काम कर रहे कार्मिकों के प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन दिया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्हें पिछले 3 महीनों से सैलरी नहीं मिल रही है, जिसकी वजह से उन्हें परेशानी हो रही है. इस पूरे मामले को लेकर वे नागाणा थाना अधिकारी को निर्देशित किया है कि वह इस संबंध में कंपनी के अधिकारियों से बात करें कि किस वजह से इनकी सैलरी रोकी गई है, उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के साथ ही निजी कंपनी के मालिकों से कार्मिकों की सैलरी नहीं काटने को कहा था, लेकिन इसके बावजूद भी सैलरी नहीं देने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इसी तरह सैकड़ों की संख्या में कार्मिकों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर अपनी पीड़ा अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को बताई, लिकिन सिवाय आश्वासन के उन्हें कुछ नहीं मिला.

बाड़मेर के बालोतरा में डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर की स्थापना

बाड़मेर के बालोतरा में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर की स्थापना की गई, जंहा कोरोना पॉजिटिव मरीजों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. इसको लेकर बालोतरा ब्लाक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर आर सुथार ने बताया कि हाल ही के दिनों में उपखण्ड में कोरोना संक्रमण के लगातार मामले सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए समस्त नागरिकों से अपील की जा रही है कि यथासंभव अपने घर में ही रहे और विभाग और प्रशासन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी और दिशा निर्देशों का पालन करें.

यह भी पढ़ें- मरुधरा का प्यारः कश्मीर घाटी के लोगों ने कहा- जीएंगे तो हिंदुस्तान के लिए और मरेंगे तो हिंदुस्तान के लिए

उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए यथासंभव प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में बालोतरा मेंं डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर की स्थापना की गई है, जिसमें 24 घंटे चिकित्सकों और चिकित्सा विभाग के कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है. डॉ. आर आर सुथार ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामले जहां पाए गए हैं, वहां चिकित्सा विभागों की टीमों द्वारा सघन स्क्रीनिंग का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर संदिग्धों को चिन्हित किया जा रहा है. साथ ही उपखंड में आए प्रवासियों को विशेष तौर पर होम आइसोलेशन की सख्त हिदायत दी गई है.

बाड़मेर. जिले में एक निजी कंपनी में काम कर रहे सैकड़ों कार्मिक सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने जिला कलेक्टर विश्राम मीणा और एएसपी खीवसिंह भाटी से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई. इस दौरान कार्मिकों ने कहा कि कंपनी के द्वारा उन्हें पिछले 3 महीनों से सैलरी नहीं दी जा रही है, जिसकी वजह से उन्हें खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है. इस पर कार्मिकों को आश्वासन दिया गया कि जल्द ही इस पूरे मामले को लेकर कंपनी के अधिकारियों से बात की जाएगी.

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वहीं कार्मिकों ने इस दौरान बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन से भी मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपकर अपनी पीड़ा बताई. जिस पर विधायक मेवाराम जैन ने भरोसा दिलाया कि उन्हें जल्द ही बकाया सैलरी दिलाई जाएगी. निजी कंपनी में काम कर रहे कार्मिकों ने बताया कि पिछले 3 महीनों से वह कंपनी में लगातार काम कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें सैलरी नहीं दी जा रही है. साथ ही कार्मिकों का कहना है कि जब वे सैलरी के लिए अपनी बात उठाते हैं, तो कंपनी द्वारा उन्हें नौकरी से निकाले जाने की धमकी दी जाती है, जिसके चलते कार्मिक बाड़मेर जिला मुख्यालय पर आए हैं, ताकि उनकी बात अधिकारियों तक पहुंचाई जा सके और उन्हें जल्द सैलरी मिल सके.

वहीं विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि इन कार्मिकों की मांग वाजिब है और सरकार की मंशा है कि इस लॉकडाउन में किसी की सैलरी नहीं काटी जाए. उन्होंने कहा कि अगर इन कार्मिकों की सैलरी नहीं मिल रही है, तो वे कंपनी के अधिकारियों से बात करेंगे और कार्मिकों को जल्द सैलरी दिलाई जाएगी, ताकि इन्हें परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. वहीं वेतन के लिए आवाज उठाने पर कार्मिकों को नौकरी से निकालने की धमकी के सवाल पर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि वे इन कार्मिकों के साथ हैं, इन पर किसी तरह का कोई अन्याय नहीं होने देंगे.

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वहीं एएसपी खीवसिंह भाटी ने बताया कि निजी कंपनी में काम कर रहे कार्मिकों के प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन दिया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्हें पिछले 3 महीनों से सैलरी नहीं मिल रही है, जिसकी वजह से उन्हें परेशानी हो रही है. इस पूरे मामले को लेकर वे नागाणा थाना अधिकारी को निर्देशित किया है कि वह इस संबंध में कंपनी के अधिकारियों से बात करें कि किस वजह से इनकी सैलरी रोकी गई है, उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के साथ ही निजी कंपनी के मालिकों से कार्मिकों की सैलरी नहीं काटने को कहा था, लेकिन इसके बावजूद भी सैलरी नहीं देने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इसी तरह सैकड़ों की संख्या में कार्मिकों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर अपनी पीड़ा अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को बताई, लिकिन सिवाय आश्वासन के उन्हें कुछ नहीं मिला.

बाड़मेर के बालोतरा में डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर की स्थापना

बाड़मेर के बालोतरा में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर की स्थापना की गई, जंहा कोरोना पॉजिटिव मरीजों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. इसको लेकर बालोतरा ब्लाक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर आर सुथार ने बताया कि हाल ही के दिनों में उपखण्ड में कोरोना संक्रमण के लगातार मामले सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए समस्त नागरिकों से अपील की जा रही है कि यथासंभव अपने घर में ही रहे और विभाग और प्रशासन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी और दिशा निर्देशों का पालन करें.

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उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए यथासंभव प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में बालोतरा मेंं डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर की स्थापना की गई है, जिसमें 24 घंटे चिकित्सकों और चिकित्सा विभाग के कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है. डॉ. आर आर सुथार ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामले जहां पाए गए हैं, वहां चिकित्सा विभागों की टीमों द्वारा सघन स्क्रीनिंग का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर संदिग्धों को चिन्हित किया जा रहा है. साथ ही उपखंड में आए प्रवासियों को विशेष तौर पर होम आइसोलेशन की सख्त हिदायत दी गई है.

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