बाड़मेर. कोविड-19 की वजह से देश में चल रहे लॉकडाउन की वजह से कई गरीब परिवारों को गुजारा करना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में कुछ बीमार गरीब लोगों पर खाने-पीने के साथ दवाइयों का भी खर्च उठाने को मजबूर है. लेकिन आर्थिक हालात ठीक नहीं होने की वजह से अब दवाई भी नहीं खरीद पा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है बाड़मेर से जहां, दवाइयां न खरीद पाने से परेशान एक गरीब हृदय रोगी युवक ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर हृदय रोग की सरकारी स्तर पर दवाइयां और राशन सामंग्री दिलवाने की मांग की है.
बाड़मेर शहर के वार्ड नंबर 20 निवासी अनिल कुमार पुत्र मूलाराम भार्गव ने बताया कि, वो हृदय रोगी है और टैक्सी चलाकर अपने परिवार का गुजर-बसर करता है. 2 साल पहले उसने मेडिसिन अस्पताल जोधपुर में हृदय और वाल का ऑपरेशन करवाया था. तब से ही वो दवाईयों पर आश्रित है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से दवाइयां खरीदने में भी असमर्थ हो गया है. साथ ही अपने परिवार का भी गुजारा नहीं कर पा रहा है. ऐसे में उसने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर हृदय रोग की सरकारी स्तर पर दवाइयां और राशन सामंग्री दिलवाने की मांग की है.
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जिस पर जिला कलेक्टर ने उसे राशन सामंग्री तत्काल उपलब्ध करवाते हुए, दवाइयों की व्यवस्था करवाने का आश्वासन दिया है. साथ ही ईटीवी भारत की भी भामाशाहों से अपील है कि, गरीब हृदय रोगी युवक की मदद के लिए भामाशाह अपने हाथ आगे बढ़ाएं, ताकि इस मुश्किल वक्त में युवक का इलाज हो सके.