बाड़मेर. पंचायती राज चुनाव को लेकर जिला परिषद सदस्य और पंचायत समिति सदस्य को लेकर चुनावी सरगर्मियां जोरों पर है. इन चुनाव में इस बार भाजपा कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी भी चुनाव मैदान में है. इस वजह से मुकाबला त्रिकोणीय बना हुआ है. इन चुनाव में अपने भाग्य को आजमाने को लेकर भाजपा कांग्रेस और रालोपा के कार्यकर्ताओं ने अपनी पार्टियों से टिकट के लिए दावेदारी की मगर कई कार्यकर्ताओं को टिकट ना मिलने से कार्यकर्ता नाराज हो गए और निर्दलीय फॉर्म भर दिया. वहीं बुधवार को नाम वापसी के दिन भाजपा कांग्रेस और रालोपा के नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं को मनाकर उनसे नामांकन पत्र विड्रॉल करवाएं.
भाजपा कांग्रेस और आरएलपी से टिकट ना मिलने से निर्दलीय नामांकन दाखिल करने वाले कई बागी उम्मीदवारों से बातचीत की. जिन्होंने पार्टी की मान मनव्वार के बाद अपने नामांकन पत्र वापिस उठा लिए. वार्ड नंबर 6 से जिला परिषद के लिए निर्दलीय नामांकन दाखिल करने वाले राम चौधरी ने बताया कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से टिकट के लिए दावेदारी की थी और उन्हें टिकट नहीं मिली, जिससे वह नाराज हो गए.
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उसके बाद उन्होंने निर्दलीय फॉर्म भर दिया. लेकिन पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने बातचीत कर मनाया और मुझे भी लग रहा था कि मेरी वजह से मेरी पार्टी को नुकसान हो रहा है. इसलिए मैंने आज फोरम वापस उठा लिया है. इसी तरह कांग्रेस से बागी हुए वार्ड नंबर 16 में निर्दलीय फॉर्म भरने वाले प्रभु राम ने कहा कि मैंने कांग्रेस से टिकट के लिए दावेदारी की थी, लेकिन पार्टी ने मुझे टिकट न देकर किसी अन्य को टिकट दे दी. जिसके बाद मैंने अपना निर्दलीय नामांकन दाखिल किया था. लेकिन पार्टी के नेताओं ने मुझसे बातचीत कर समझाया जिसके बाद मैंने पार्टी के हित में निर्णय लेते हुए आज अपना फॉर्म वापस ले लिया है.
इसी तरह राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से टिकट ना मिलने से वार्ड नंबर 35 में निर्दलीय नामांकन दाखिल करने वाले नरेश बेनीवाल ने बताया कि पार्टी से टिकट की दावेदारी की थी. लेकिन मुझे टिकट नहीं मिली. जिसके बाद मैंने निर्दलीय फॉर्म भरा पार्टी के नेतृत्व ने मुझे समझाया और पार्टी के हित को देखते हुए मैंने अपना फोरम विड्रॉल कर लिया है. ताकि हमारी पार्टी को इन चुनाव में कोई नुकसान ना हो.