सीकर: राजस्थान के खाटूश्यामजी में लखदातार बाबा श्याम का 12 दिवसीय फाल्गुनी वार्षिक लक्खी मेला 28 फरवरी से शुरू होगा. मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को खाटूधाम तक पहुंचने के बाद तकरीबन 8 किमी पैदल चलना होगा. इसके बाद ही लखदातार श्याम प्रभु के दर्शन होंगे. श्री श्याम मंदिर कमेटी संपूर्ण मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं की तैयारियों में जुटी हुई है. इन सभी व्यवस्थाओं की पुलिस और प्रशासन के अधिकारी समय-समय पर देखरेख कर रहे हैं.
श्री श्याम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष पृथ्वी सिंह चौहान ने बताया कि भक्तों के लिए रींगस रोड पर मुख्य प्रवेश द्वार से बिजली ग्रिड होते हुए खटीकान मोहल्ला, होटल खाटूश्यामजी पैलेस, कैरपुरा तिराहा से पास चारण मैदान तक जिगजैग रास्ता बनाया गया है. इसे टीन शेड से कवर किया गया है. इसी प्रकार दूसरा रास्ता लखदातार मैदान में बने स्थाई जिगजैग से बनाया गया है. यह रास्ता कुमावत कृषि फार्म, 75 फीट के मुख्य मेला मैदान की 14 सीधी लाइन से होकर मंदिर पहुंचेगा. इस सफर में भक्तों को तकरीबन पांच घंटे से भी अधिक का समय लगेगा.
कमेटी के मंत्री मानवेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि मेले में आने वाले भक्तों को सुविधाजनक दर्शन हो, इसके लिए कमेटी पुलिस व प्रशासन की देखरेख में सभी व्यवस्थाओं को पूरा करने में जुटी हुई है. टेंट का काम देख रहे तेजपाल कुमावत ने बताया कि संपूर्ण मेला परिक्षेत्र, जिसमें पार्किंग, मार्ग, जिगजैग और लाइनों आदि में तकरीबन 80 हजार बांस और बल्ली, 500 बंडल रस्सी व 4 हजार के करीब टीनशेड लगेंगे. वहीं, रोशनी की व्यवस्था के लिए संपूर्ण मेला क्षेत्र में 8 हजार एलइडी लाइट, 50 के करीब जनरेटर एवं 40 के करीब अस्थाई बिजली कनेक्शन होंगे. संपूर्ण काम में करीब 400 मजदूर काम में जुटे हुए है.
एक करोड़ पानी के पाउच बनेंगे: मेले में लाखों श्रद्धालुओं को पीने के पानी के लिए कमेटी ने एक करोड़ पीने के लिए पानी के पाउच बनवा रही है. रींगस रोड पर कमेटी की गोशाला में लगी में दिन रात मजदूर पानी के पाउच बनाने में जुटे हुए हैं. यह पाउच ट्रैक्टर से लखदातार मैदान में पहुंचाए जा रहे है. वहीं, चारण मैदान में 2 हजार लीटर की 25 पानी की टंकियां बनाई गई है पूरे जिगजैग में बोरिंग से पाइपलाइन डाली जा रही है. संपूर्ण जिगजैग की कतारों में 150 पानी के नल व गर्मी से राहत के लिए पानी की बौछार की व्यवस्था की जाएगी एवं 25 पानी के टैंकर होंगे.
19 डोम बनेंगे : कमेटी के कोषाध्यक्ष कालू सिंह चौहान ने बताया कि मेले के दौरान श्री श्याम मंदिर कमेटी की ओर से एक दर्जन के करीब डोम लगाए जाएंगे. इसमें स्काउट्स, पुलिस, निशान, स्वयंसेवकों व श्रद्धालुओं के विश्राम आदि के लिए 19 डोम की व्यवस्था की जाएगी. संपूर्ण मेला क्षेत्र में 150 अस्थाई शौचालय बनाए जाएंगे.