बाड़मेर. चूरु जिले में अधिकारी और कर्मचारी आमने-सामने हैं. जिला कलेक्टर और उपखंड अधिकारी को हटाने की मांग को लेकर कार्मिक चुरू में प्रदर्शन कर रहे हैं. अब ये मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले को लेकर राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के कार्मिकों ने बाड़मेर जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर आक्रोश प्रकट किया. इस दौरान कार्मिकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मुख्य सचिव निरंजन आर्य के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश बिश्नोई को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन देने आए कार्मिकों ने बताया कि चूरु जिले में वर्तमान जिला कलेक्टर और उपखंड अधिकारी के व्यवहार से व्यथित होकर जिला कलेक्टर कार्यालय चूरू के समस्त कार्मिक पिछले 2 दिनों से कार्य बहिष्कार कर आंदोलनरत है. उन्होंने कहा कि बाड़मेर के समस्त विभागों के मंत्रालय कर्मचारी और राजस्व कार्मिक इस परिस्थिति में जिला कलेक्टर चूरू के कर्मचारियों के साथ खड़े हैं और उनकी मांगों का समर्थन करते हैं.
उन्होंने कहा कि चूरू जिला कलेक्टर और उपखंड अधिकारी की ओर से कार्यालय के कार्मिकों के विरुद्ध बदनियत से की गई कार्रवाई को ड्रॉप किया जाए. उन्होंने कहा कि समय रहते इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो संपूर्ण जिले की मंत्रालय अधीनस्थ और राजस्व कर्मचारी गण अनिश्चितकालीन के लिए सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
पढ़ें- लोकसभा चुनाव-2019 के बाद से अब तक 13 सांसद हो चुके हैं दिवंगत
गौरतलब है कि 2 दिन पहले चूरू कलेक्ट्रेट में कार्यरत कार्मिकों ने जिला कलेक्टर और उपखंड अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कर्मचारियों ने दोनों को हटाने की मांग करते हुए अपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन सामूहिक हड़ताल पर है. अब यह लगातार मामला पूरे प्रदेश में तूल पकड़ता जा रहा है. इसी कड़ी में आज राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के बैनर तले बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं मुख्य सचिव निरंजन आर्य के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश विश्नोई को ज्ञापन सौंपा.