बाड़मेर. पंचायत चुनाव के लिए ग्रामीण पंचायत से पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष मूली चौधरी भी चुनावी मैदान में हैं. उनके लिए उनकी 80 साल की दादी, यानि उनकी सासु मां लकड़ी के सहारे घर-घर जाकर अपनी बहू के लिए वोट मांग रही हैं. इस उम्र में उन्हें वोट मांगता देख हर कोई अचंभित रह जाता है.
पंचायती राज जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के लिए चुनाव को लेकर प्रत्याशियों में बड़ा दोष नजर आ रहा है. ऐसे ही बाड़मेर ग्रामीण पंचायत से मूली चौधरी चुनाव मैदान में हैं. कालेज लाइफ में छात्र संघ चुनाव लड़कर छात्र संघ अध्यक्ष से राजनीतिक सफर की शुरूआत करने वाली मूली चौधरी अब बाड़मेर ग्रामीण पंचायत से अपना भाग्य आजमा रही हैं. ऐसे में उनके चुनाव के प्रचार-प्रसार के लिए महिलाएं घुंघट और उनकी सासु, जो 80 साल की हैं और लकड़ी के सहारे में गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जाकर अपनी बहू के लिए वोट मांग रही हैं. विभिन्न मुद्दों लेकर जनता के बीच में वोट मांगने के लिए जा रही हैं.
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ग्रामीण क्षेत्र में सीनियर स्कूल के अभाव और पानी की किल्लत को दूर करने के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहीं मूली चौधरी बताती हैं कि वे अपने दो महीने के मासूम बेटे को घर पर छोड़कर सासू मां के साथ सुबह घर से निकलती हैं और रात को 10 बजे वह वापस घर आती हैं. चुनाव प्रचार में लोगों का बहुत ही अच्छा समर्थन मिल रहा है. चौधरी ने बताया कि उनके साथ चुनावी कैंपेन में उनकी सासु मां भी चलती हैं. वह मेरे लिए वोट मांगती हैं, लोग उन्हें प्यार और स्नेह देते हैं.
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मूली चौधरी की बुजुर्ग 80 साल की दादी का कहना है कि उन्होंने कभी चुनाव में प्रचार नहीं किया. लेकिन जिंदगी के आखिरी पड़ाव में वह अपने बहू के लिए दिन रात एक कर लोगों के बीच जा रही हैं और उनसे वोट मांगकर जिताने की अपील कर रही हैं. एक बुजुर्ग महिला सिगरती देवी के महिलाओं से लेकर बुजुर्गों और युवाओं के बीच चुनावी प्रचार को देखकर हर कोई दांतो तले अंगुली दबाता नजर आ रहा है. मूली चौधरी ने छात्र राजनीति से शुरूआत कर अब कांग्रेस की टिकट पर पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ रही हैं.