बाड़मेर. नागरिकता संशोधन विधेयक के पेश होने के बाद भारत पाकिस्तान सीमा पर चले बाड़मेर जिले में निवास कर रहे पाक विस्थापित लोग एक दूसरे से गले मिलकर खुशियां बांट रहे हैं. यहां के लोगों का कहना है कि हमें इस देश में आने के बाद नागरिकता के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था.
विस्थापित लोगों ने कहा कि कई प्रशासनिक कार्य, सरकारी कार्यालयों के चक्कर निकाल निकाल कर नागरिकता मिली है. वहीं इस नागरिकता के लिए हमें 11 साल तक इंतजार करना भी पड़ता था, लेकिन अब इस बिल के बाद विदेशों से भारत आने वाले लोगों को 6 साल में ही नागरिकता मिल जाएगी यह बड़ी खुशी की बात है.
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पाक विस्थापित संगठन के जिला अध्यक्ष नरपत सिंह धारा का कहना है कि नागरिकता संशोधन विधेयक को पेश करके मोदी सरकार ने हमें नई सौगात दी है. इससे हम सब संतुष्ट हैं क्योंकि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं को बहुत ही प्रताड़ित किया जाता है. वहां हिंदुओं के लिए कानून नाम की कोई चीज ही नहीं है. उन पर सिर्फ अत्याचार ही होते हैं. इसलिए वहां से पलायन कर लोग हिंदुस्तान का रुख करते हैं.
वहीं पाक विस्थापित दौलत सिंह का कहना है कि मैं खुद कुछ समय पहले पाकिस्तान जाकर आया हूं. वहां अल्पसंख्यकों की स्थिति दयनीय है. ऐसी स्थिति में लोग पाकिस्तान छोड़कर अपने देश आते हैं. ऐसे लोगों के लिए इस प्रकार का बिल पास होता है, तो इससे बड़ी खुशी हमारे लिए और वहां से आने वाले हमारे रिश्तेदारों के लिए कुछ भी नहीं हो सकती.