बाड़मेर. राज्य भर में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूकता अभियान चलाने के साथ-साथ अब नियमों को सख्ती से लागू किया गया है. अब राज्य सरकार ने नो मास्क नो एंट्री अभियान को राज्यभर में चलाने का निर्णय लिया है. जिसको लेकर सरहदी बाड़मेर में भी सभी सरकारी कार्यालयों के आगे नो मास्क नो एंट्री के पोस्टर स्टीकर चस्पा किए गए हैं.
बाड़मेर जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि कोरोना संक्रमण से आमजन के बचाव के लिए जिले में नो मास्क नो एंट्री अभियान लागू किया गया है. उन्होंने बताया कि कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या के मद्देनजर और आमजन के जीवन और स्वास्थ्य के खतरे को ध्यान में रखते हुए आपदा अधिनियम 2005 और राजस्थान महामारी अधिनियम 2020 के तहत नो मास्क नो एंट्री अभियान लागू किया गया है.
उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि अनावश्यक घरों से बाहर ना निकले और जब भी निकले मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल जरूर रखें. नियमों की अनदेखी करने वाले के खिलाफ अब सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. जिला पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. जिसे देखते हुए राज्य सरकार ने प्रदेश में नो मास्क नो एंट्री अभियान चलाया गया है. जिसमें जिला पुलिस की पूरी भागीदारी हैं.
उन्होंने कहा कि हमने नो मास्क नो एंट्री अभियान को सभी कार्यालय में लागू करवाया है. बिना मास्क के कार्यालय में एंट्री नहीं दी जाएगी. इसके साथ ही हमने सभी जगह एक्स्ट्रा मास्क की भी व्यवस्था की है. अगर कोई बिना मास्क के भी आता है, तो उसे मास्क पहनाकर ही एंट्री दी जाएगी.
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही हर रविवार को सभी थानों में रैली पैदल गस्त के जरिए आमजन को मास्क अनिवार्य रूप से पहनने को लेकर जागरूक लाने की कोशिश की है. वहीं जो लोग इन नियमों की अनदेखी करेगा, उसके विरूद्ध पुलिस प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करेगा.
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उन्होंने जिले वासियों से अपील करते हुए कहा है कि बिना आवश्यक काम के अपने घरों से बाहर नहीं निकले और जब भी निकले तो मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल जरूर रखें. बता दें कि बाड़मेर जिले में करीबन 60 हजार सैंपल लिए जा चुके हैं. जिनमें से 3061 पॉजिटिव केस सामने आए हैं. एक्टिव केस 285, वहीं 36 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है.