बालोतरा (बाड़मेर). बालोतरा में एनजीटी के आदेश के बाद सीईटीपी बिठुजा से जुड़ी गांधीपुरा की 23 इकाइयों की मशीनरी को हटाने का काम जारी हैं. एनजीटी में गांधीपुरा की इकाइयां नौंन कन्फरमिंग क्षेत्र में आने के कारण, सुनवाई के बाद तत्काल बन्द कर दी गईं. पिछले तीन माह से इन इकाइयों में कामकाज बन्द नजर आया है.
वहीं 20 नवम्बर को एनजीटी की सुनवाई में कमिश्नर और जिला कलेक्टर को आदेश दिया गया कि मशीनरी को हटाने के बाद समतलीकरण की रिपोर्ट एनजीटी में भेजें. जिसको लेकर प्रशासन हरकत में आया और उपखण्ड कार्यालय में बैठक के दौरान उद्यमियों को मशीनरी हटाने को लेकर निर्देशित किया गया.
बता दें कि क्षेत्र में प्रदूषण को लेकर एनजीटी में लंबे समय से मामला विचाराधीन है. उसके बाद एनजीटी के निर्देशों पर कई बार कार्रवाई हुई और उधोग भी बंद रहे. वहीं गांधीपुरा क्षेत्र की 23 इकाइयों जो बिठुजा सीईटीपी से जुड़ी हुई थीं, जिनके नौंन कन्फरमिंग क्षेत्र में आने के कारण एनजीटी में सुनवाई के बाद उनको बन्द करने और मशीनरी को हटाने की बात कही गई. उनके बंद होने के बाद अब रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है.
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वहीं ईटीवी भारत की टीम ने जब इन इकाइयों का जायजा लिया तो वँहा उद्यमी अपनी मशीनरी को हटवाते नजर आए. उनका कहना था कि अब हमें न्यायालय से आशा है कि जल्द ही बिठुजा क्षेत्र की इन इकाईयों को कन्फरमिंग क्षेत्र में जोड़ा जाए. जिससे तीन माह से बंद उद्योग शुरू हो सकें. दो दिन पूर्व कमिश्नर और जिला कलेक्टर ने बैठक कर एनजीटी के निर्देशों की पालना को लेकर गांधीपुरा की इकाइयों को निर्देशित किया. उसके बाद हम सभी छोटे उद्यमियों ने अपनी इकाइयों की मशीन को हटाते हुए समतलीकरण का कार्य किया है.