जोधपुर: शहर के बनाड़ रोड पर हुआ लवली कंडारा एनकाउंटर चार साल बाद फिर से चर्चाओं में है. एनकाउंटर की जांच के लिए दिल्ली से सीबीआई टीम सोमवार को जोधपुर पहुंची है. हाल ही में इस मामले में पांच पुलिस कर्मियों के खिलाफ सीबीआई में रिपोर्ट दर्ज हुई थी. टीम में जांच अधिकारी स्पेशल सेल द्वितीय के डीएसपी मोहिंदर राम सहित अन्य अधिकारी शामिल है.
टीम ने सोमवार को जोधपुर पहुंचने के बाद पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह से उनके कार्यालय में जाकर मुलाकात की है. इसके बाद सीबीआई लवली के घर पहुंची. यहां एक घंटे तक परिजनों से जानकारी ली. लवली के भाई किशन कंडारा ने बताया कि जांच टीम ने हमसे घटना की जानकारी ली है. अब हमें उनसे न्याय की उम्मीद है.
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सूत्रों का कहना है सीबीआई टीम अगले एक माह तक जोधपुर में रुककर मामले की जांच करेगी. फिलहाल, स्थानीय पुलिस से दस्तावेज लेकर गवाहों के बयान लेने सहित अन्य कार्रवाई होगी. इसके अलावा घटना को समझने के लिए सीबीआई क्राइम सीन भी रीक्रिएट कर सकती है. बता दें कि तत्कालीन गहलोत सरकार के कार्यकाल में इस मामले की जांच सीबीआई की दी गई थी. गत 9 जनवरी को सीबीआई की दिल्ली ब्रांच ने रातानाडा थाने के तत्कालीन थानाधिकारी लीलाराम और तत्कालीन कांस्टेबल जितेंद्र सिंह, किशन सिंह, अंकित और विशाल को नामजद किया था.
यह था मामला: 13 अक्टूबर 2021 को लवली का एनकाउंटर हुआ था. उसके परिजनों ने आरोप लगाया था कि एनकाउंटर से पहले सेनापति चौराहा के पास लवली अपनी कार में था. जहां लीलाराम सादी वर्दी में हाथ में पिस्टल लिए गाड़ी के पास गए और कांच तोड़ने की कोशिश की. लवली ने अपनी गाड़ी भगा दी. इस दौरान लीलाराम के हाथ में पिस्टल थी. उन्होंने अपनी निजी गाड़ी से उसका पीछा किया, जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. बनाड़ रोड पर पुलिस ने अपनी गाड़ी तेजी से आगे लेकर लवली की गाड़ी के आगे लगा दी. उसके बाद लीला राम बाहर निकले और फायर किया, जिसमें लवली को गोली लगी. इस दौरान लवली की गाड़ी में छह लोग थे. जिनमें से दो जने मौके से भागने में कामयाब हुए थे. पुलिस लवली को घायल अवस्था में एमडीएम अस्पताल भेजा, जबकि तीन जनों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोप लगाया कि उन पर भी फायर हुए थे. स्थानीय पुलिस की जांच में सभी पुलिस कर्मियों को बरी कर दिया था. बाद में कोर्ट के आदेश पर रातानाडा थाने में पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला भी दर्ज हुआ था.