जयपुर: राजस्थान स्कूल शिक्षा विभाग बीते साल की तरह इस बार भी सूर्य नमस्कार में नया विश्व रिकॉर्ड रचने की तैयारी कर रहा है. सूर्य सप्तमी के अवसर पर प्रदेश के 78 हजार से ज्यादा सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में 3 फरवरी को एक साथ सूर्य नमस्कार किया जाएगा. पिछले साल सूर्य सप्तमी पर 1.33 करोड़ विद्यार्थियों ने सूर्य नमस्कार किया था. इस बार पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ने का प्रयास किया जाएगा. सूर्य सप्तमी के बाद स्कूल में नियमित रूप से सूर्य नमस्कार कराने की भी प्लानिंग है.
जयपुर स्थित शिक्षा संकुल में मंगलवार को अधिकारियों और वीसी के जरिए जुड़े प्रधानाध्यापकों के साथ मंथन करते हुए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने स्कूल में सूर्य नमस्कार कराने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार भारतीय परंपरा से जुड़ा एक अहम हिस्सा है. प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करने से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि मन-मष्तिष्क भी शांत रहता है. उन्होंने सूर्य नमस्कार में एक बार फिर विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए आमजन को भी आयोजन का हिस्सा बनाने की अपील की.
मंत्री ने कहा कि सूर्य सप्तमी हर साल मनाने का फैसला लिया हुआ है. इस बार सूर्य सप्तमी 4 फरवरी को आ रही है. उसकी तैयारी के लिए मंथन किया गया, लेकिन 4 फरवरी को देवनारायण भगवान की जयंती होने के चलते स्कूलों में अवकाश रहेगा. इसलिए 3 फरवरी को सुबह 10:15 बजे सूर्य सप्तमी मनाना तय किया है. इसमें विद्यालय में अध्ययन करने वाले सभी बालक-बालिकाओं, विद्यालय परिवार के सदस्य शिक्षक और मंत्रालयिक कर्मचारियों को कम से कम सात-सात सूर्य नमस्कार करने के निर्देश दिए हैं. ये कार्यक्रम एक साथ किया जाएगा.
जनप्रतिनिधियों की भी हो सहभागिता: उन्होंने कहा कि वे इसमें जनप्रतिनिधियों और जनता की सहभागिता भी चाहते हैं, इसलिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आम जनता और जनप्रतिनिधियों से वार्ता करें और अभी से तैयारी शुरू कर दें. ताकि ठीक तरह से सूर्य नमस्कार किया जा सके और अधिक से अधिक संख्या में लोगों की सहभागिता हो. इस आयोजन का पूरा डेटा शाला दर्पण और पीएसपी पोर्टल पर दोपहर दो बजे तक अपलोड करना होगा. शिक्षा मंत्री ने सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूल में आयोजन से पहले सूर्य नमस्कार अभ्यास कराने के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि बीमार, ऑपेरशन से गुजरे बच्चे इसका हिस्सा नहीं होंगे, लेकिन कक्षा एक से कक्षा 5 तक के छात्रों को सूर्य नमस्कार की कुछ एक क्रियाओं में भागीदार अवश्य बनाएं.
सूर्य नमस्कार का महत्व बताएंगे: बता दें कि क्रीड़ा भारती संस्था सूर्य नमस्कार में सभी शिक्षा संस्थाओं का सहयोग करेगी. संस्था से जुड़े एक्सपर्ट स्कूलों में जाकर न केवल सूर्य नमस्कार का महत्व बताएंगे, साथ ही नमस्कारासन, हस्तोत्तानासन सहित योग की सभी क्रियाओं को लाइव करके समझाएंगे ताकि प्रतिदिन विद्यालयों में प्रार्थना सभा के समय इसका अभ्यास कराया जा सके और सूर्य सप्तमी को एक साथ राज्यभर में सूर्य नमस्कार की निर्धारित 10 योग क्रियाओं को किया जा सके. योग में एक्सपर्ट्स और कई एनजीओ भी विद्यालयों में सहयोग करेंगे. शिक्षा मंत्री स्वयं भी इस विशेष कार्यक्रम का हिस्सा होंगे.