बालोतरा (बाड़मेर). पंचायती राज चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही सियासी घमासान शुरू हो गया है. पंचायती राज चुनाव में राजनीतिक दबाव के चलते मतदाताओं की सूचियों में धांधली को लेकर ग्रामीणों के विरोध के स्वर मुखर होने लगे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में दशकों से निवास कर रहे लोगों के नाम दूसरी ग्राम पंचायत में जोड़ दिए गए हैं. वहीं कई ऐसे मतदाताओं जिनके वोट विपक्ष में पड़ने की आशंका थी, उनके नाम ही कटवा दिए गए हैं.
बता दें, कि मतदाता सूची का प्रकाशन होने के बाद भी मतदाता सूचियों में फर्जी नाम जोड़ने और काटने की हुई इस प्रक्रिया के विरोध में ग्रामीण अब प्रशासनिक कार्यालयों के चक्कर काटकर वास्तविक मतदाताओं को यथावत रखने की मांग कर रहे हैं. ऐसा ही मामला पंचायत समिति पाटोदी के बागावास ग्राम के एक परिवार का मतदाता सूची में नाम हटाने का मामला सामने आया है.
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वहीं परिवार के लोगों का कहना है कि हमारा पुश्तेनी निवास बागावास में ही है हम व्यपार के लिए बार गए हुए है. हमारा परिवार वहीं रहता है पूर्व में हमने पंचायती राज चुनाव में चुनाव भी लड़ा है साथ ही विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हमने हमारे मत का प्रयोग बागावास में किया. लेकिन अब राजनैतिक द्वेषता के कारण हमारे परिवार के नाम बागावास से हटायें गए.
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मतदाता सूची में नाम कटने के बाद मांगीलाल कोठरी ने कहा कि हमारे साथ अन्याय हो रहा है. मेरे सभी दस्तावेज आज भी बागावास के है, लेकिन जनप्रतिनिधियों और स्थानीय अधिकारियों के कारण नाम को हटवा दिया गया है. उन्होंने कहा कि अब मैंने न्यायालय की भी शरण ली.