बाड़मेर. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी रविवार को छीतर का पार में पिछले 16 दिनों से चल रहे धरना स्थल पर पहुंच कर किसानों एवं युवाओं की समस्याओं को सुना. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी धरने पर बैठे किसानों से मिलकर उनकी मांगों से अवगत हुए और उनकी मांगों को जायज मानते हुए मजबूती से पैरवी करने की बात कही.
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि पांच सदस्यों के प्रतिनिधि मंडल का गठन किया जाए, जिससे कंपनी के उच्च स्तर के अधिकारियों से वार्ता कर उचित फैसला लेने संबंधी योजना तय की जाए. उन्होंने कहा कि किसानों की वाजिब मांगों और समस्याओं की दिशा में कंपनी को झुकना ही पड़ेगा, चाहे यह धरना लंबा ही क्यों न खींच जाए.
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5 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल का हो गठन
राजस्व मंत्री ने धरने में मौजूद युवाओं एवं किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि एक प्रतिनिधि मंडल का गठन कर कंपनी के अधिकारियों एवं प्रशासन के साथ जिला स्तर पर बैठक कर तमाम समस्याओं का समाधान किया जाए. उन्होंने कहा कि बिना किसी भेदभाव और मजबूती के साथ आसपास गांवों के युवा व किसान एक जाजम पर बैठकर जो तय करेंगे, उसकी पैरवी की जाएगी.
किसानों ने कहा कि केयर्न और वेदांता कम्पनी की ओर से तेल उत्खनन व अन्य गतिविधियों के दौरान जमीन में जोरदार ब्लास्ट करती है, जिससे आसपास के घरों में दरारें आ गई है. इससे घर क्षतिग्रस्त होने लग गए हैं. कंपनी की इन गतिविधियों से यहां खेतों का सिंचाई और पेयजल का पानी गंदा हो गया है. किसानों ने कहा कि कंपनी ने यहां पौधारोपण और सीएसआर के रूप में कोई धरातल पर कार्य नहीं किया है.