ETV Bharat / state

बाड़मेरः केन्द्रीय अध्ययन दल ने चौहटन में जाने अकाल के हालात, किसानों से चर्चा कर स्थिति को समझा

चौहटन उपखंड में केंद्रीय अध्ययन दल के सदस्यों ने मंगलवार को बैठक की. इस दौरान क्षेत्र में अकाल के हालात, अकाल जन्य स्थितियों और प्रभावों की जानकारी ली. साथ ही जिला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन और किसानों से चर्चा कर अकाल की स्थिति की समीक्षा की.

चौहटन में अकाल के हालात, Famine conditions in Chauhatan
विश्राम मीणा जिला कलेक्टर
author img

By

Published : Jan 19, 2021, 6:53 PM IST

चौहटन (बाड़मेर). चौहटन उपखंड में केंद्रीय अध्ययन दल के सदस्यों ने मंगलवार को क्षेत्र में अकाल के हालात, अकाल जन्य स्थितियों और प्रभावों की जानकारी ली. कृषक कल्याण विभाग भारत सरकार के निर्देशक डॉ. सुभाषचंद्र, वाटर रिसोर्सेज निर्देशक जयपुर एस.डी. शर्मा और सहायता विभाग से विजेन्द्रसिंह भी टीम में शामिल थे.

केन्द्रीय अध्ययन दल ने चौहटन में जाने अकाल के हालात

दल ने जिला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन और किसानों से चर्चा कर अकाल की स्थिति की समीक्षा की. पंचायत समिति सभागार में आयोजित बैठक में दल के सदस्यों की ओर से किसानों और जनप्रतिनिधियों से रूबरू होकर अकाल के कारण पीने के पानी, पशुधन का चारा-पानी और आमजन के रोजगार की व्यवस्था के अब तक के प्रयास की भी जानकारी ली.

पढ़ेंः धौलपुर के इनामी डकैत लादेन को पुलिस ने दबोचा, हो सकते हैं बड़े खुलासे

साथ ही उन्होंने किसानों से सुझाव लेते हुए आगामी नियोजन के लिए उन्हें जोड़ने की बात कही. बैठक के बाद रतासर के सुथारों का तला गांव और जैसार पंचायत मुख्यालय पर अकाल प्रभावित किसानों से जानकारी ली. इस दौरान जिला कलेक्टर विश्राम मीणा और एडीएम ओ.पी.विश्नोई ने चौहटन के अकाल प्रभावित गांवों सहित अकाल से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों से टीम को अवगत करवाया.

पढ़ेंः आयकर विभाग की छापामार कार्रवाई, प्रदेश में तीन कारोबारी समूह के दो दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर मारे छापे

एसडीएम भवानीसिंह सेड़वा, एसडीएम सुनील चौहान और विकास अधिकारी छोटूसिंह ने भी मनरेगा, पेयजल आपूर्ति और किसानों को दी जा रही राहत सम्बन्धी जानकारी दी. बैठक और फील्ड विजिट के दौरान प्रधान रूपाराम सारण, शिवप्रताप सिंह, जगदीश विश्नोई, नरेश भादू, तिलोक पोटलिया सहित कई सरपंच और किसान भी उपस्थित रहे.

चौहटन (बाड़मेर). चौहटन उपखंड में केंद्रीय अध्ययन दल के सदस्यों ने मंगलवार को क्षेत्र में अकाल के हालात, अकाल जन्य स्थितियों और प्रभावों की जानकारी ली. कृषक कल्याण विभाग भारत सरकार के निर्देशक डॉ. सुभाषचंद्र, वाटर रिसोर्सेज निर्देशक जयपुर एस.डी. शर्मा और सहायता विभाग से विजेन्द्रसिंह भी टीम में शामिल थे.

केन्द्रीय अध्ययन दल ने चौहटन में जाने अकाल के हालात

दल ने जिला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन और किसानों से चर्चा कर अकाल की स्थिति की समीक्षा की. पंचायत समिति सभागार में आयोजित बैठक में दल के सदस्यों की ओर से किसानों और जनप्रतिनिधियों से रूबरू होकर अकाल के कारण पीने के पानी, पशुधन का चारा-पानी और आमजन के रोजगार की व्यवस्था के अब तक के प्रयास की भी जानकारी ली.

पढ़ेंः धौलपुर के इनामी डकैत लादेन को पुलिस ने दबोचा, हो सकते हैं बड़े खुलासे

साथ ही उन्होंने किसानों से सुझाव लेते हुए आगामी नियोजन के लिए उन्हें जोड़ने की बात कही. बैठक के बाद रतासर के सुथारों का तला गांव और जैसार पंचायत मुख्यालय पर अकाल प्रभावित किसानों से जानकारी ली. इस दौरान जिला कलेक्टर विश्राम मीणा और एडीएम ओ.पी.विश्नोई ने चौहटन के अकाल प्रभावित गांवों सहित अकाल से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों से टीम को अवगत करवाया.

पढ़ेंः आयकर विभाग की छापामार कार्रवाई, प्रदेश में तीन कारोबारी समूह के दो दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर मारे छापे

एसडीएम भवानीसिंह सेड़वा, एसडीएम सुनील चौहान और विकास अधिकारी छोटूसिंह ने भी मनरेगा, पेयजल आपूर्ति और किसानों को दी जा रही राहत सम्बन्धी जानकारी दी. बैठक और फील्ड विजिट के दौरान प्रधान रूपाराम सारण, शिवप्रताप सिंह, जगदीश विश्नोई, नरेश भादू, तिलोक पोटलिया सहित कई सरपंच और किसान भी उपस्थित रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.