सिवाना (बाड़मेर). कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए जगह-जगह चिकित्सा विभाग की टीमें पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही हैं. लोगों के घरों में जाकर सर्वे किया जा रहा है. जिससे सब सुरक्षित रहे. इसी तरह से सिवाना उपखंड में भी चिकित्साकर्मी अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
इसे लेकर उपखंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.संजय कुमार शर्मा ने बताया कि उपखण्ड अधिकारी द्वारा 23 मार्च को बैठक रखी गई. बैठक में दिए गए निर्देशानसार चिकित्सा विभाग की ओर से सोमवार को उपखण्ड के अन्तर्गत आने वाले समस्त सीएचसी और पीएचसी के चिकित्सा अधिकारीयों को पाबन्द किया गया.
साथ ही प्रत्येक सेक्टर पर एक रेपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया. जिनके द्वारा सेक्टर स्तर पर विदेश या अन्य राज्यों, अन्य जिलों से आए लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है और होम आइसोलेशन की सलाह दी जा रही है. इस महामारी को रोकने के लिए आमजन में जागरूकता लाने हेतु एएनएम, आशा द्वारा डोर टू डोर सर्वे एवं प्रचार - प्रसार पेम्पलेट, बेनर द्वारा किए जा रहे हैं. वहीं कार्यक्रम प्रबन्धक नरेश जोशी खण्ड द्वारा नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है.
सर्वे टीमों द्वारा प्रतिदिन घर-घर जाकर सर्वे करके प्रत्येक घरों के सदस्यों की स्क्रीनिंग की जा रही है. इन टीमों द्वारा प्रतिदिन घरों का सर्वे करके रिपोर्ट प्रतिदिन इस संस्थान में भेजी जा रही है. सिवाना क्षेत्र में ब्लॉक स्तर पर रेपिड रिस्पांस टीम व कन्ट्रोल रूम बनाया गया. जिसमें डॉ. यशपाल सिंह और चिकित्सा अधिकारी पीएचसी पादरू को प्रतिनियुक्त किया गया. इसके अलावा बीएचएस किरणलता द्वारा एएनएम के किए जा रहे सर्वे की निगरानी और ब्लॉक स्तरीय मेडिकल स्टोर किपिंग का कार्य किया जा रहा है.
बता दें कि सिवाना में सर्वे किए गए घरों की संख्या 78538 और घरों में सर्वे किए गए सदस्यों की संख्या 3,76,100 है. विदेश एवं अन्य राज्यों या जिलों से आए कुल 7,170 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है और होम आइसोलेशन के लिए पाबंद किया गया है.
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मेडिकल टीम एवं निगरानी सतर्कता दल द्वारा इनका स्वास्थ्य संबंधी फॉलोअप किया जा रहा है. संक्रमण के बचाव के लिए कार्यरत समस्त कोरोना योद्धाओं, चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों, कम्प्यूटर ऑपरेटर और सफाईकर्मियों को बेहतर काम के लिए चिकित्सा अधिकारी ने सराहना की.