सिवाना (बाड़मेर). कोरोना वायरस की फैली महामारी ने जिला प्रशासन की नींद उड़ा रखी है. सिवाना उपखंड क्षेत्र में अब तक 31 प्रवासी लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. जिसको लेकर प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने सतर्कता दिखाते हुए सिवाना उपखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में बाहर से आए प्रवासियों के 190 लोगों की रैंडम सैंपलिंग करवाई है.
सिवाना उपखंड क्षेत्र में बाड़मेर जिले के सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव मिलने पर चिकित्सा विभाग ने सतर्कता दिखाते हुए सिवाना उपखंड क्षेत्रों पर शनिवार को राजकीय अंबेडकर छात्रावास में देश के अन्य राज्यों और जिलों से आए प्रवासी लोगों के सिवाना में 90 और मोकलसर में 100 लोगों की रेंडम सैंपलिंग करवाई गई.
सिवाना-मोकलसर में कुल 190 लोगों के सैम्पल लिए गये. वहीं, बाड़मेर जिले में कोरोना कहर सबसे ज्यादा सिवाना उपखंड क्षेत्र के समदड़ी पंचायत समिति के गांव में महाराष्ट्र मुंबई से आए लोगों में देखने को मिला है. जिले में सबसे ज्यादा संख्या में कोरोना पॉजिटिव केस पाए गए हैं.
वहीं, चिकित्सा विभाग के डॉक्टर शिवदत्त बौड़ा सीएससी प्रभारी सिवाना ने बताया कि सिवाना कस्बे में अभी तक एक भी कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है. साथ ही उपखंड क्षेत्र के आस-पास के गांवों में बाहर से आए प्रवासी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, जिसकी गंभीरता को देखते हुए चिकित्सा विभाग की ओर से मोकलसर कस्बे और सिवाना के बालोतरा रोड स्थित राजकीय अंबेडकर छात्रावास भवन में सैंपलिंग के लिए बालोतरा से आई चिकित्सा विभाग की सैंपलिंग टीम की ओर से 190 लोगों की कोरोना वायरस की जांच हेतु सैंपलिंग करवाई गई. सैंपलिंग जांच में छोटे बच्चों सहित युवाओं और 60 साल से बड़े बुजुर्गों के कोरोना जांच के रैंडम सैम्पल लिये गये.
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वहीं, शनिवार को डॉ. शिवदत्त बौड़ा वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी प्रभारी सिवाना, रौशन लाल माथुर वरिष्ठ चिकित्सा कर्मी खंगारदान राव, रणजीत जोशी, खीमाराम, मूमल खेतानी, राजविंदर कौर, कुलजीत कौर सहित चिकित्सा विभाग के कार्मिक उपस्थित थे. वहीं, बालोतरा नाहटा अस्पताल से खेताराम बेनीवाल, अर्जुन सिंह दाखा, जितेंद्र कुमार, अमृत दास के सैंपल कलेक्ट किए. इस दौरान मोहित जोशी वार्डन ने पूरी व्यवस्थाएं देखी. इससे पहले पूरे परिसर में सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव भी करवाया गया.