सिवाना (बाड़मेर). क्षेत्र में एक बार फिर अंधविश्वास ने एक की जान ले ली. जहां एक विवाहिता को मामूली सर्दी-जुकाम होने पर परिवार वालों ने उसे चिकित्सकों को छोड़कर हकीम के पास ले गए. जहां इलाज के दौरान नीम हकीम की ओर से इंजेक्शन लगाया गया. इस इंजेक्शन से एकाएक महिला की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद परिवार वालों ने आनन-फानन में उसे सायला इलाज के लिए ले गए. जहां रास्ते में ही विवाहिता की मौत हो गई थी.
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घटना के बाद परिजनो ने शव को नीम हकीम के क्लीनिक के आगे रखकर धरने पर बैठा गए. वहीं मंगलवार को घटना की सुचना मिलने पर सिवाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली. वहीं पुलिस की ओर से परिजनों और ग्रामीणों की समझाइस के बाद मामला शांत हुआ और शव उठाया गया. बताया जा रहा है की मृतका विवाहित महिला चन्द्रा देवी पत्नी सोगाराम उम्र 24 जाति देवासी निवासी पाऊ की शादी दो वर्ष पहले ही हुई थी, जिसके दो माह का एक बच्चा भी है.
नीम हकीमों पर नहीं होती कोई कठोर कार्रवाई
क्षेत्र भर में गांव-गांव में नीम हकीमों ने अपने डेरे जमा रखे हैं, आए दिन आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते नजर आते हैं, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से भले ही समय-समय नीम हकीमों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाती हो, लेकिन नीम हकीम के खुफिया तंत्र को कार्रवाई की भनक लगते ही अपने क्लीनिक बंद कर रफूचक्कर हो जाते हैं, जिसके चलते कोई कठोर कार्रवाई नहीं हो पाती. जिससे नीम हकीम के हौसले बुलंद होते जा रहे है, जिसका खामियाजा आम जनता को अपनी जान गवा कर चुका ना पड़ रहा है.
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सावधानी तो आपको ही बरतनी है
अगर आप भी किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो झौला छाप या नीम हकीम के पास न जाएं. बावजूद इसके चिकित्सक से इलाज कराएं. चिकित्सक से इलाज कराने से आपके और आपके परिवार के लिए सही साबित होगा और रिजल्ट सकारात्मक देखने को मिलेगा. वरना नीम हकीम एक के बाद एक की जान से ऐसे ही खेलते रहेंगे.