सिवाना (बाड़मेर). जिले के सरहदी क्षेत्र में टिड्डियों के हमले के बाद सिवाना और समदड़ी क्षेत्र में इनके प्रवेश से किसानों की चिंता बढ़ गई. फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले पाकिस्तान से आये टिड्डी दल ने सिवाना में दस्तक के साथ ही खेतों में खड़ी, जीरा, इसबगोल, गेंहू, सरसों और अरण्डी फसल को बड़ा नुकसान पहुंचाया है. वहीं, अनार के पौधों की पत्तियों को भी चट कर दिया है, जिससे फलों के खराब होने को लेकर किसान चिंतित दिख रहे है.
बता दें कि क्षेत्र के गांवों में पिछले 4-5 दिनों से टिड्डियों के खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाने से किसानों की हालत खस्ता हो गई है. सिवाना उपखंड क्षेत्र के पाऊ, कांखी, पादरू, वेरानाड़ी, कुंडल, मिठौड़ा, मोकलसर, मायलावास, मोतीसरा, काठाड़ी ,रमणिया, लुंदराडा, फूलण, मेली, कुम्पावास सहित कई गांवों में टिड्डी दल पहुंचने और इसकी ओर से फसलों को नुकसान पहंचाने से किसान परेशान है.
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वहीं, रविवार दोपहर बाद टिड्डी दल राखी, सावरड़ा, भूति, करमावास होते हुए पूरे समदड़ी क्षेत्र के रानीदेशीपुरा, भानावास, भलरों को बाड़ा, कोटड़ी, अजीत तक पहुंच गया है. इससे सभी किसानों का सुख चैन छीन गया है. किसान टिड्डियों को भगाने को लेकर कई तरह के प्रयास कर रहे हैं. किसानों ने अपने स्तर पर जगह-जगह ढोल-थाली, आग के धुएं और लोहे के डिब्बे बजाकर उन्हें अपने खेत खलियानों से बाहर निकालने के जतन लगातार किए जा रहे हैं.
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इसके साथ ही क्षेत्र में टिड्डी दल के आने और उसकी ओर से किए जाने वाले नुकसान को लेकर सिवाना उपखंड अधिकारी प्रमोद सीरवी ने बताया कि 5 दिन पहले जालोर जिले के सायला से होते हुए टिड्डी दलों ने सिवाना क्षेत्र में प्रवेश कर लिया है. वहीं सिवाना क्षेत्र में अभी स्थिति नियंत्रण में हैं. साथ ही बताया की समदरी क्षेत्र में इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है, जिस पर विभाग की ओर से कीटनाशक का छिड़काव करवाया गया हैं. वहीं बताया कि समदड़ी क्षेत्र में टिड्डी दल के मिलने की सूचना पर कृषि विभाग की टीमों ने जानकारी ली है.