बालोतरा (बाड़मेर). जालोर के सायला से होते हुए सिवाना और अब बाड़मेर के बालोतरा क्षेत्र में पहुंचे टिड्डी दलों ने कई गांवों में फसलों पर हमला बोल दिया है. जहां पिछले पांच दिन से सिवाना क्षेत्र में टिड्डी दल ने तबाही मचाई तो दो दिन से बालोतरा क्षेत्र के बुड़ीवाड़ा-जागसा, वरिया, बिठुजा, भिंडाकुआ, जानियाना में टिड्डी ने आक्रमण करते हुए फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया. टिड्डी को भगाने के लिए लोग दिनभर खेतों में दौड़-भाग कर बर्तनों की आवाज और आग जलाकर उसे भगाने का प्रयास कर रहे हैं तो वहीं कृषि विभाग और प्रशासन भी खेतों में कीटनाशक का छिड़काव करवा कर लोगों को बचाव के उपाय बता रहा है. लेकिन ये तमाम कोशिशें नाकाम साबित हो रही है.
बता दें कि रविवार को जागसा से तबाही मचाने के बाद टिड्डी दल टापरा से होते हुए वरिया पहुंचा, जहां जाकर ठहराव किया. इधर, सिवाना क्षेत्र में एक ओर बड़े टिड्डी दल आने की जानकारी पर ग्रामीणों और प्रशासन की नींद उड़ गई है. वहीं एक टिड्डी दल से निपटे नहीं कि दूसरे टिड्डी दल के आने से ग्रामीण बेहद चिंता में है. टिड्डी दल के हमले को लेकर शनिवार को कृषि पौध संरक्षण जयपुर के संयुक्त निदेशक डॉ. सुवालाल जाट बालोतरा पहुंचे. जहां उन्होंने विभागीय प्रतिनिधियों से जानकारी लेकर निर्देश दिए.
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उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को बुड़ीवाड़ा में आसमान में टिड्डी दल मंडराता नजर आया था. जो सिवाना क्षेत्र के मुठली गांव से पहुंचा था. वहीं शनिवार को दिनभर बुड़ीवाड़ा में टिड्डी दलों ने फसलों को नुकसान पहुंचाया. जहां पर रात को मोडो की नाडी में ठहराव किया. इसके अलगे दिन जागसा की तरफ रूख किया, जहां दिनभर जागसा और आस-पास के इलाकों में टिड्डी दल ने गेंहू, जीरा, अरंडी और अन्यों फसलों को नुकसान पहुंचाया.
वहीं, दो दिन तक टिड्डी दल ने बुड़ीवाड़ा, जागसा, मोडो की नाडी, कोटवालो का वेरा, सूरसिंह का ढाणा, रनियासर गांवों में तबाही मचाई. इसके बाद यहां से जाने के बाद टिड्डी दल ने टापरा होते हुए वरिया सरहद में पड़ाव डाला, जहां वरिया सरहद में टिड्डी दल ने ठहराव किया. जोधपुर और जयपुर से बाड़मेर पहुंचे अधिकारियों ने टीम के साथ जागसा और अन्य इलाकों में ट्रैक्टर से कीटनाशक का छिड़काव करवाया.
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इसके साथ ही खेतों में जाकर टिड्डी दल की जानकारी ली, वहीं रात को टिड्डी दल ने वरिया में जाकर ठहराव किया. टिड्डी दल को लेकर कृषि पौध संरक्षण संयुक्त निदेशक डॉ. सुवालाल जाट बालोतरा पहुंचे. बालोतरा आने पर डॉ. जाट ने कृषि अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा कर उनको सुझाव दिए. टीम में उप निदेशक वीके पांडे, कृषि अधिकारी जोधपुर राजेंद्र व्यास, सहायक कृषि अधिकारी विजयकुमार, सुखदेव प्रजापत बालोतरा, हीराराम चौधरी सिणधरी, भंवरलाल चौधरी, विजयकुमार शर्मा, किशोरसिंह शामिल रहे. वहीं तहसीलदार नरेश सोनी ने भी टिड्डी प्रभावित गांवों का दौरा किया.