बाड़मेर. पाकिस्तान ने एक बार फिर से भारत के साथ विश्वासघात किया है. पिछले महीने जून में बाड़मेर जिले के मुनाबाव में भारत और पाकिस्तान में वैज्ञानिक और टीड्डी विभाग से जुड़े अधिकारियों की बैठक हुई थी, जिसमें पाकिस्तान ने इस बात का भरोसा दिलाया था कि वह टीड्डी दल को भारत में नहीं घुसने देगा लेकिन पाकिस्तान ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया.
पाकिस्तान के कुछ ना करने के चलते पिछले 4 दिन से लगातार बाड़मेर जिले के अंदर लाखों की तादाद में टीड्डी पहुंच गई है, जिसका खामियाजा भारत के किसान भुगतते नजर आ रहे हैं. अब उन्हें इस बात की चिंता सता रही है कि उनकी जो भी फसल है और साथ में पेड़ पौधे हैं वह नष्ट न कर दे.
टीड्डी के बाड़मेर जिले में पहुंचने के बाद से टीड्डी विभाग में हड़कंप मच गया है. टीड्डी को रोकने के लिए छिड़काव किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ पीढ़ियों का आने का सिलसिला लगातार जारी है.
बाड़मेर जिला प्रशासन के अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश शर्मा का कहना है कि टीड्डी दल बाड़मेर जिले के तीन अलग-अलग स्थानों पर उनके झुंड को देखा गया है. एक तरफ उसकी रोकथाम के लिए प्राप्त कदम उठाए जा रहे हैं , वहीं किसानों से अपील की गई है कि अगर टीड्डी दिखे तो उसकी सूचना तुरंत पटवारी ग्राम सेवक उपखंड अधिकारी या जिला प्रशासन को दें.