बाड़मेर. गहलोत सरकार की कैबिनेट मंत्री राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने अपने विधानसभा इलाके में महज 24 घंटे में अस्थाई कोविड-अस्पताल शुरू किया है. जहां मरीज लगातार भर्ती हो रहे हैं. अब स्थानीय लोगों ने राजस्व मंत्री हरीश चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसमें उन्होंने कहा कि रातोंरात उनके कच्चे मकानों को तोड़ दिया गया.
स्थानीय लोगों का कहना है कि उनका मकान तोड़ दिया गया लेकिन अब कोई हमारी सुन नहीं कर रहा है. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि पचपदरा थाने में मामला दर्ज करवाने की कोशिश की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
मंत्री ने कहा-कुछ लोगों की विवाद खड़ा करने की आदत
इस पूरे मामले पर राजस्व मंत्री हरीश चौधरी का कहना है कि कुछ लोगों की विवाद खड़े करने की आदत होती है. वह विवाद खड़ा करें. अभी वक्त राजनीति का नहीं है. इस समय सबसे ज्यादा लोगों की जान बचाने की जरूरत है. राजनीति करने के लिए बाकी समय पड़ा है.
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इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत ने पचपदरा थाना अधिकारी प्रदीप डागा से बातचीत की. थानेदार का कहना है कि इस मामले को लेकर पूर्व सरपंच ने मुझे फोन पर बताया था तो मैंने उनको साफ तौर पर कह दिया था कि आप लिखित में रिपोर्ट पेश करो. हम इस पूरे मामले की जांच करवा देंगे. अभी तक मेरे पास कोई भी लिखित रिपोर्ट नहीं पेश की गई है.
गौरतलब है कि ग्रामीण इलाकों में हालातों को देखते हुए राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने महज 24 घंटे में लोगों के सहयोग से 200 गाड़ियां लगाकर अस्थाई अस्पताल शुरू कर प्रशासन को सौंप दिया था. इस बात को लेकर बाड़मेर नहीं पूरे राजस्थान सहित देश भर में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी की जबरदस्त तरीके से तारीफ हुई है.