बालोतरा (बाड़मेर). कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते सैकड़ों की तादाद में अब भी मजदूर बालोतरा में फंसे हुए हैं. सब घर जाना चाहते हैं, लेकिन इन लोगों का आरोप है कि प्रशासन कोई जवाब नहीं दे रहा है, न ही खाने पीने की व्यवस्था है. साथ ही फैक्ट्रियों वालों ने बाहर निकाल दिया है. वहीं प्रशासन दबाव के चलते कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
बता दें कि बालोतरा औद्योगिक इकाइयों में काम काज करने वाले मजदूर अब अपने घरों की ओर रुख करने को लेकर बेसब्री से इंतजार कर रहे है. सरकार की ओर से मिले आदेश के बाद बालोतरा में फंसे मजदूरों को अपने गृह क्षेत्र में भेज दिया गया है. अब तक उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और पंजाब के मजदूरों को उनके घर भेज दिया गया है, लेकिन बिहार सरकार द्वारा आदेश नहीं होने के चलते मजदूरों को नहीं भेजा गया है.
पढ़ेंः फंसे हुए श्रमिकों के अलावा अन्य प्रवासी धैर्य रखें : CM गहलोत
बिहार के मजदूर भी अपने गृह क्षेत्र में जाने के लिए लगातार उपखण्ड कार्यालय के चक्कर लगा रहे है, लेकिन बिहार सरकार के आदेश के बाद ही उन्हें वापस बिहार भेजा जाएगा. अब तक प्रशासन द्वारा चार सौ मजदूरों की सूची तैयार की गई है. बाकी और मजदूरों की सूची तैयार की जा रही है.
उपखंड अधिकारी रोहित कुमार का कहना है कि ये मजदूर प्रतिदिन कार्यालय आ रहे है. साथ ही अपने घर जाने के लिए मांग करते नजर आ रहे है. लेकिन बिहार सरकार के आदेश के बाद ही उन्हें अपने घर भेजा जाएगा. वहीं दूसरी ओर इकाई मालिकों को पाबंद भी कर रखा है. उनके लिए भोजन की व्यवस्था को लेकर सीईटीपी ट्रस्ट की ओर से सूची भी बनाई जा रही है. जब भी आदेश होगें तब उनको बसों के माध्यम से या अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ ही घर भेज दिया जाएगा.